कोरबा: Prayagraj MahaKumbh 2025, कोरबा निवासी एक युवक विक्रम कुमार जायसवाल ने खुद को कोरबा जिले का एडीएम बताकर प्रयागराज के अस्पताल में गलत जानकारी दी है। मामले में कोरबा प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए स्पष्ट किया है कि जिले में इस नाम का व्यक्ति एडीएम नहीं है।
दरअसल, रविवार को प्रयागराज माघ मेले में विक्रम परिवार सहित मेला घूमने निकले थे, तभी उनको अचानक दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद वहां वे आईसीयू में भर्ती हुए। अस्पताल में उन्होंने खुद को कोरबा का एडीएम बताया है। इधर कोरबा कलेक्टर ने बताया है कि विक्रम कुमार जायसवाल नाम का व्यक्ति एडीएम नहीं है।
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Fake ADM in Prayagraj mahakumbh बताया जा रहा है कि दर्री रोड कोरबा निवासी विक्रम कुमार जायसवाल अपनी पत्नी और बेटे के साथ प्रयागराज में सेक्टर 24 हर्षवर्धन चौराहे के पास एक दोस्त के यहां ठहरे हैं। जब वह अपने परिवार के साथ मेला घूमने निकले, तभी अक्षयवट के पास उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। देखते ही देखते थोड़ी देर में वह बेहोश हो गए। प्रयागराज के अक्षयवट के पास वकील की तबीयत बिगड़ी थी। घटना के बाद उन्हें तत्काल मेले के सेक्टर दो स्थित केंद्रीय चिकित्सालय ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार में हार्ट अटैक की पुष्टि होने के बाद छावनी सामान्य अस्पताल के ICU में भर्ती किया गया।
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अस्पताल में उन्होंने खुद को कोरबा का एडीएम बताया और होश में आने के बाद मकर संक्रांति पर स्नान की इच्छा जताई। जिला अधिवक्ता संघ के सचिव नूतन सिंह ठाकुर ने बताया कि विक्रम जायसवाल एक वकील हैं जो स्टेट बार काउंसिल में रजिस्टर्ड हैं, लेकिन जिला अधिवक्ता संघ के सदस्य नहीं हैं।