Mahakumbh 2025: लगातार राज्य सरकार के संपर्क में है पीएम मोदी, महाकुंभ में मची भगदड़ को लेकर जताया दुख, सोशल मीडिया पर कही ये बात

Mahakumbh 2025: लगातार राज्य सरकार के संपर्क में है पीएम मोदी, महाकुंभ में मची भगदड़ को लेकर जताया दुख, सोशल मीडिया पर कही ये बात

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  • Publish Date - January 29, 2025 / 12:10 PM IST,
    Updated On - January 29, 2025 / 01:39 PM IST

Mahakumbh 2025 | Image Credit: ANI

नयी दिल्ली: Mahakumbh 2025 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार तड़के महाकुंभ के दौरान हुई भगदड़ की घटना को ‘अत्यंत दुखद’ करार दिया और लोगों की मौत पर संवेदना जताते हुए कहा कि उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है और वह लगातार राज्य सरकार के संपर्क में हैं। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘प्रयागराज महाकुंभ में हुआ हादसा अत्यंत दुखद है। इसमें जिन श्रद्धालुओं ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’

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Mahakumbh 2025 उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा हुआ है। मोदी ने कहा कि इस सिलसिले में उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बातचीत की है और वह लगातार राज्य सरकार के संपर्क में हैं। मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान महाकुंभ का सर्वाधिक महत्वपूर्ण आयोजन होता है और इसमें करीब दस करोड़ लोगों के गंगा में डुबकी लगाने की संभावना है। इस वर्ष, 144 वर्षों के बाद ‘त्रिवेणी योग’ नामक एक दुर्लभ खगोलीय संयोग बन रहा है, जो इस दिन के आध्यात्मिक महत्व को और बढ़ा रहा है।

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आधी रात के बाद लगभग दो बजे कुंभ मेला क्षेत्र में लाउडस्पीकर से गूंजते मंत्रों और श्लोकों के निरंतर उच्चारण के बीच, भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने के बाद संगम की ओर दौड़ती एम्बुलेंस और पुलिस वाहनों के तेज सायरन की आवाजें गूंज उठीं। घायलों को मेला क्षेत्र में बने केंद्रीय अस्पताल में ले जाया गया। कई घायलों के रिश्तेदार भी वहां पहुंचे, साथ ही कुछ वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी भी वहां पहुंचे। त्रिवेणी संगम – गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम – हिंदुओं द्वारा सबसे पवित्र माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि महाकुंभ के दौरान और विशेषकर मौनी अमावस्या जैसी विशेष स्नान तिथियों पर इसमें डुबकी लगाने से लोगों के पाप धुल जाते हैं और उन्हें मोक्ष मिलता है।

महाकुंभ में भगदड़ के दौरान कितने लोग प्रभावित हुए थे?

महाकुंभ में हुई भगदड़ के दौरान कई श्रद्धालु घायल हुए, और इस हादसे में 6 लोगों की मौत की खबर है।

प्रधानमंत्री मोदी ने महाकुंभ की भगदड़ पर क्या प्रतिक्रिया दी है?

प्रधानमंत्री मोदी ने हादसे को अत्यंत दुखद करार देते हुए श्रद्धालुओं के परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

महाकुंभ में मौनी अमावस्या का विशेष महत्व क्या है?

मौनी अमावस्या महाकुंभ का सबसे महत्वपूर्ण दिन होता है, जब लगभग दस करोड़ श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाने आते हैं। इस दिन विशेष 'त्रिवेणी योग' का खगोलीय संयोग बनता है, जिससे इसका आध्यात्मिक महत्व और बढ़ जाता है।

महाकुंभ में त्रिवेणी संगम की क्या विशेषता है?

त्रिवेणी संगम गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों का संगम है, जिसे हिंदू धर्म में सबसे पवित्र स्थल माना जाता है। यहां डुबकी लगाने से पापों के धुलने और मोक्ष प्राप्ति की मान्यता है।