प्रयागराज। Mahakumbh 2025: 13 जनवरी से उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ की शुरूआत हो चुकी है। जिसका समापन जिसका समापन 26 फरवरी, 2025 को होगा। इस भव्य मेले देश -विदेश से लाखों करोड़ों की संख्या में लोग पहुंचे हैं। वहीं अगर आप सोचते हैं कि अखाड़ों से जुड़े साधु संत सिर्फ दान लेते हैं। देते नहीं तो अपनी सोच बदल लीजिए। प्रयागराज महाकुंभ में सनातनी अखाड़े प्रतिदिन सबसे बड़ा दान यानि अन्नदान कर रहे हैं। प्रयागराज में रोज़ करोड़ों लोग पहुंच रहे हैं और अब तक 7 करोड़ से ज्यादा लोग संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। इतने सारे लोगों को भोजन करवाना ना तो सरकार के बस की बात है और ना ही प्रयागराज के निजी होटल और रेस्टोरेंट्स की ऐसे में अखाड़ों में रोज़ सुबह, दोपहर और शाम 3 बार मुफ्त भोजन करवाया जा रहा है।
आप सब श्री राम को जानते ही हैं। आपने राम सेतु के बारे में भी सुना ही होगा तो राम सेतु के निर्माण में राम-नाम लिखे हुए जिन पत्थरों का इस्तेमाल हुआ था। उनमें से एक पत्थर अब प्रयागराज आ चुका है। प्रयागराज कुंभ में जूना अखाड़ा में रामेश्वरम से संत चमत्कारी पत्थर लेकर आए हैं जिस पर श्री राम लिखा है और वह पानी में तैर रहा है। श्री राम लिखे इस पत्थर को स्पर्श करने के लिए बड़ी संख्या में लोग जूना अखाड़ा पहुंच रहे हैं। नागा साधु का कहना है इसको छू लेने मात्र से लोगों की मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
प्रयागराज में देश के अलग-अलग मंदिरों के मॉडल बनाए गए हैं, जिन्हें अलग-अलग थीम पर बनाया गया है। दिल्ली के अक्षरधाम की तरह यहां पर भी स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर का मॉडल बनाया गया है जहां आप एक साथ पांच देवी देवताओं के दर्शन कर सकेंगे। खास बात ये है कि यहां नशा मुक्ति और पारिवारिक खुशहाली को लेकर संदेश दिया जा रहा है।
Mahakumbh 2025: प्रयागराज में बढ़ते श्रद्धालुओं को देखते हुए, रेलवे की तैयारी जोरों पर है। प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए रेल प्रशासन अपने स्तर पर सभी प्रकार की कोशिश कर रहा है। श्रद्धालुओं को चिकित्सा उपचार प्रदान करने के लिए रेलवे ने प्रयागराज स्टेशन के पास ही मिनी आईसीयू खोला है। इसके जरिए प्रयागराज आने वालों को रेलवे स्टेशन के करीब मिनी ICU में स्वास्थ्य लाभ मिल सकेगा।