Sanatan Board News Today: महाकुंभ के बीच सनातन बोर्ड के गठन को लेकर बड़ा अपडेट, 27 जनवरी को प्रयागराज में धर्म संसद का आयोजन, देवकी नंदन ठाकुर ने दिया बड़ा बयान

  •  
  • Publish Date - January 24, 2025 / 03:07 PM IST,
    Updated On - January 24, 2025 / 03:07 PM IST

प्रयागराज: Sanatan Board News today धर्म नगरी प्रयागराज में इन दिनों महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है। यहां लाखों की संख्या में साधू संत डेरा डाले हुए हैं। वहीं, रोजाना लाखों की संख्या में भक्त रोजाना गंगा स्नान कर रहे हैं। इसके साथ ही मौनी अमावस्या में करोड़ों लोगों के प्रयागराज पहुंचकर गंगा स्नान करने की बात कही जा रही है। लेकिन इस बीच कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर ने बड़ा ऐलान कर दिया है। उन्होंने बताया कि 27 जनवरी को प्रयागराज में धर्म संसद का आयोजन किया जाएगा।

Read More: CG Hamar clinic : हमर क्लीनिक साबित हो रहे शो-पीस, डॉक्टर न होने से लटका ताला, कैसे होगा इलाज?

Sanatan Board News today कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए बताया कि महाकुंभ के बीच प्रयागराज में 27 जनवरी को धर्म संसद का आयोजन किया जाएगा। धर्म संसद में साधु-संत, शंकराचार्य और 13 अखाड़ों के प्रमुख शामिल होंगे। उन्होंने आगे बताया कि धर्म संसद का आयोजन सनातनियों को एक करने के लिए किया जा रहा है। हम सनातनियों को कोई भी अलग नहीं कर सकता। हम एकजुट थे और रहेंगे। हम लोगों ने एकता की शपथ ली है और यह शपथ हमने सभी सनातनियों के हित के लिए ली है।

Read More: Bad touch case Umaria : ‘नहीं जाएंगे स्कूल…गुरुजी यहां-वहां हाथ लगाते हैं’ नियतखोर शिक्षक से डरी छात्राएं 

वहीं, मीडिया से बात करने के दौरान उन्होंने सनातन बोर्ड के गठन को लेकर कहा कि हम यहां से सनातन बोर्ड को लेकर जाएंगे, क्योंकि यह सभी सनातनियों के हित के लिए है। हम सभी लोग अब इसकी अहमियत को समझ रहे हैं। अब हम इसे बिना मूर्त रूप दिए नहीं जाएंगे। इस बोर्ड के संबंध में पूरी रूपरेखा निर्धारित की जा चुकी है, जिसे जल्द ही जमीन पर उतारा जाएगा। देवकीनंदन ठाकुर से सनातन बोर्ड में उठाए जाने वाले मुद्दों के बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने इस पर किसी भी प्रकार का जवाब नहीं दिया। लेकिन, लगातार इसी बात को दोहराते रहे कि हम सभी सनातनी एक हैं।

Read More: police checking in bhopal : गणतंत्र दिवस की सुरक्षा को लेकर राजधानी पुलिस अलर्ट, होटल-ढाबों की जांच, संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर

वहीं, महंत रविंद्र पुरी ने भी सनातन बोर्ड के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड के पास पूरे देश में 9 से 10 लाख एकड़ भूमि है। आखिर यह भूमि कहां से आई? हमें इसका जवाब चाहिए। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि जिस तरह से मौजूदा समय में मंदिरों और मठों की जमीन पर कब्जा किया जा रहा है, हम उसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकते हैं और इसी को देखते हुए सनातन बोर्ड के गठन की आवश्यकता महसूस की जा रही है। उन्होंने कहा कि हम सनातन बोर्ड का प्रारूप तैयार कर चुके हैं और जल्द ही इसे धरातल पर उतारकर रहेंगे। लेकिन, इस प्रारूप को जमीन पर उतारने से पहले मंदिर, मठों और संतों की सहमति ली जाएगी। हमारा मुख्य उद्देश्य सनातन से जुड़े धार्मिक स्थलों को सशक्त करना है।

Read More: Threat to journalist in CG: अब छत्तीसगढ़ के इस जिले में पत्रकार को थानेदार ने दी जान से मारने की धमकी, जानिए पूरा मामला

धर्म संसद कब और कहां आयोजित होगी?

धर्म संसद का आयोजन 27 जनवरी को प्रयागराज में किया जाएगा। यह आयोजन महाकुंभ के दौरान किया जा रहा है।

धर्म संसद में कौन-कौन शामिल होंगे?

धर्म संसद में साधु-संत, शंकराचार्य और 13 अखाड़ों के प्रमुख शामिल होंगे। इसके अलावा अन्य धार्मिक नेता और सनातन धर्म के प्रमुख व्यक्ति भी भाग लेंगे।

"सनातन बोर्ड" क्या है और इसका उद्देश्य क्या है?

सनातन बोर्ड का उद्देश्य सनातन धर्म से जुड़े धार्मिक स्थलों, मंदिरों और मठों को सशक्त बनाना है। इसका गठन सभी सनातनियों को एकजुट करने और उनके हितों की रक्षा के लिए किया जा रहा है।

सनातन बोर्ड के गठन की आवश्यकता क्यों महसूस की जा रही है?

महंत रविंद्र पुरी के अनुसार, वक्फ बोर्ड के पास बड़ी संख्या में भूमि है, और मंदिरों व मठों की जमीन पर कब्जे की घटनाओं को देखते हुए सनातन बोर्ड का गठन जरूरी हो गया है। इसका उद्देश्य सनातन धर्म से जुड़ी संपत्तियों की रक्षा करना है।

धर्म संसद का मुख्य एजेंडा क्या है?

धर्म संसद का मुख्य उद्देश्य सनातन धर्म को सशक्त बनाना और सभी सनातनियों को एकजुट करना है। इसके अलावा, सनातन बोर्ड के गठन को अंतिम रूप देने पर भी चर्चा होगी।