Chhattisgarh Pavilion in Mahakumbh 2025: महाकुंभ में बिछड़ों को अपनों से मिलाने का काम कर रही छत्तीसगढ़ की पवेलियन, खोई मां के मिलने पर छलके बेटे के आंसू, भावुक कर देगा ये वीडियो

Chhattisgarh Pavilion in Mahakumbh 2025: महाकुंभ में बिछड़ों को अपनों से मिलाने का काम कर रही छत्तीसगढ़ की पवेलियन, खोई मां के मिलने पर छलके बेटे के आंसू

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  • Publish Date - January 18, 2025 / 03:06 PM IST,
    Updated On - January 18, 2025 / 03:09 PM IST

Chhattisgarh Pavilion in Mahakumbh 2025: प्रयागराज। 13 जनवरी से प्रयागराज महाकुंभ की शुरुआत हो गई है। महाकुंभ का पहला अमृत स्नान (शाही स्नान) 15 जनवरी मंगलवार सुबह 6.15 बजे से शुरू हुआ। महाकुंभ में शामिल होने के लिए देश ही नहीं दुनियाभर से साधू-संत, नामी हस्ती और आम लोग प्रयागराज पहुंच रहे हैं। रोजाना इतीन भीड़ उमड़ी रही है कि, लोग अपनों से बिछड़ जा रही है। लेकिन, इस तरह के मामले में छत्तीसगढ़ की पवेलियन जबरदस्त भूमिका निभा रही है।

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महाकुंभ में छत्तीसगढ़ की पवेलियन न सिर्फ अपने प्रदेश के श्रद्धालुओं को सुविधा मुहैया करा रहा, बल्कि बिछड़े हुए अपनों को मिलने में भी सहयोग कर रहा है। महाकुंभ में एक व्यक्ति अपनी मां से बिछड़ गया था। जिसके बाद वो मदद लेने  छत्तीसगढ़ की पवेलियन  के पास पहुंचा। यहां मौजूद लोगों ने व्यक्ति की मां को खोज निकाला। फिर क्या था, अपनी खो गई मां को वापस अपने पास देखकर बेटा भावुक हो गया और उसके आंसू छलक गए। व्यक्ति ने सहयोग के लिए बेटे ने भावुक हो कर सीएम का धन्यवाद किया।

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Chhattisgarh Pavilion in Mahakumbh 2025: बता दें कि, प्रयागराज महाकुंभ में छत्तीसगढ़ से जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर प्रयागराज महाकुंभ में छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए छत्तीसगढ़ पवेलियन विशाल तंबू तैयार किया गया है। मुख्यमंत्री ने सोच से प्रयागराज में छत्तीसगढ़िया लोगों के लिए ठहरने, नाश्ता और भोजन करने की निःशुल्क व्यवस्था की है।

प्रयागराज महाकुंभ 2025 की शुरुआत कब हुई?

प्रयागराज महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी 2025 से हुई है।

महाकुंभ में छत्तीसगढ़ की पवेलियन का क्या काम है?

महाकुंभ में छत्तीसगढ़ की पवेलियन न सिर्फ अपने प्रदेश के श्रद्धालुओं को सुविधा मुहैया करा रहा बल्कि बिछड़े हुए अपनों को मिलने में भी सहयोग कर रहा है।

छत्तीसगढ़ पवेलियन महाकुंभ में क्या सेवाएं प्रदान कर रहा है?

छत्तीसगढ़ पवेलियन श्रद्धालुओं को सुविधाएं उपलब्ध कराता है, जैसे विश्राम स्थल, भोजन, और आपातकालीन सहायता। यह बिछड़े हुए परिजनों को मिलाने में भी मदद करता है।

महाकुंभ में छत्तीसगढ़ पवेलियन की स्थिति कहां है?

छत्तीसगढ़ पवेलियन संगम क्षेत्र के पास स्थित है। यहां पर छत्तीसगढ़ के श्रद्धालुओं को विशेष सहायता प्रदान की जाती है।

छत्तीसगढ़ पवेलियन में किस तरह की सहायता मिलती है?

यहां विश्राम की व्यवस्था, भोजन, और सूचना सेवाएं उपलब्ध हैं। इसके अलावा, बिछड़े हुए लोगों को खोजने और मिलाने में सक्रिय मदद दी जाती है।