Mahakumbh 2025: प्रयागराज पहुंची विधायक भावना बोहरा और गोमती साय, त्रिवेणी संगम में लगाई आस्था की डुबकी, देखें वीडियो

Mahakumbh 2025: प्रयागराज पहुंची विधायक भावना बोहरा और गोमती साय, त्रिवेणी संगम में लगाई आस्था की डुबकी, देखें वीडियो

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  • Publish Date - January 21, 2025 / 03:14 PM IST,
    Updated On - January 21, 2025 / 03:28 PM IST

प्रयागराज: Mahakumbh 2025 13 जनवरी से प्रयागराज में महाकुंभ का आगाज हो चुका है। महाकुंभ का पहला अमृत स्नान 14 जनवरी मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर शुरू हुआ है। महाकुंभ मेला हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण आयोजन है, जो हर 12 वर्ष में संगम तट पर होता है। इस मेले में लाखों श्रद्धालु अपनी आस्था के साथ संगम में स्नान करते हैं। महाकुंभ में देश ही नहीं विदेशों के लोग भी पहुंच रहे हैं। वहीं अब महाकुंभ में नेताओं का आना जाना शुरु हो चुका है।

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Mahakumbh 2025 इस मौके पर अब छत्तीसगढ़ के पूर्व राज्यसभा सांसद रणविजय सिंह जूदेव, विधायक गोमती साय और भावना बोहरा भी पहुंचे और त्रिवेणी संगम पर स्नान करने के साथ पूजा भी की। तीनों जनप्रतिनिधियों से IBC24 से खास बातचीत की। इस दौरान सभी ने इस आयोजन के लिए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ की तो साथ ही छत्तीसगढ़ पवेलियन की तारीफ करते हुए छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णु देव साय की भी जमकर तारीफ की। इस महामुंभ में शामिल होने पर कहा कि ये उनका सौभाग्य है कि उन्हें इस पूर्ण महाकुंभ में शामिल होंने का मौका मिला।

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45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान

आपको बता दें कि महाकुंभ का आयोजन 13 जनवरी को शुरू हुआ था और यह 26 फरवरी तक चलेगा। पहले ही दिन, महाकुंभ में डुबकी लगाने वालों का आंकड़ा एक करोड़ के पार चला गया था। मकर संक्रांति के अमृत स्नान के अवसर पर तो यह संख्या और भी बढ़ गई, जब एक दिन में साढ़े तीन करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया। मौनी अमावस्या के दिन दस करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद जताई गई है। कयास लगाया जा रहा है कि इस बार महाकुंभ में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के पवित्र संगम में स्नान करने का अनुमान है।

महाकुंभ 2025 में कितने श्रद्धालु आ सकते हैं?

महाकुंभ 2025 में अनुमानित 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है।

महाकुंभ में स्नान करने का सबसे महत्वपूर्ण दिन कौन सा है?

महाकुंभ में मकर संक्रांति और मौनी अमावस्या का दिन सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि इस दिन संगम में स्नान से विशेष लाभ की मान्यता है।

महाकुंभ 2025 कब तक चलेगा?

महाकुंभ 2025 का आयोजन 13 जनवरी से शुरू हुआ है और यह 26 फरवरी तक चलेगा।

महाकुंभ के दौरान किस प्रकार की सुविधाएं श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध होती हैं?

महाकुंभ में श्रद्धालुओं के लिए स्नान, पूजा और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों के लिए विशेष व्यवस्था की जाती है, जिसमें सुरक्षित स्थान, शुद्ध जल, पूजा स्थल और चिकित्सा सेवाएं शामिल हैं।

महाकुंभ 2025 में नेताओं का क्या योगदान है?

महाकुंभ में नेताओं की उपस्थिति धार्मिक महत्व के अलावा सामाजिक और सांस्कृतिक पहलुओं को बढ़ावा देती है। वे इस आयोजन को ऐतिहासिक और देशभर में होने वाली धार्मिक एकता का प्रतीक मानते हैं।