भोपाल: Loksabha Election 2024 किसी भी राज्य की सियासत आदिवासियों के इर्द गिर्द काफी होती है मध्यप्रदेश भी इससे अछूता नहीं है। आदिवासी के नाम पर बीजेपी हो या कांग्रेस या कोई भी सियासी दल वोटबैंक की राजनीति करता है। क्योंकि कहा जाता है जिस ओर आदिवासी उस ओर सत्ता और एक बार फिर MP में आदिवासियों के नाम पर राजनीति हो रही है। क्योंकि बैतूल में 2 दिन में 2 ऐसे वीडियो सामने आए हैं। जो मानवता को शर्मसार करते ही हैं साथ ही ये भी सवाल पूछते हैं कि क्या मध्यप्रदेश में आदिवासी सुरक्षित हैं। क्या आदिवासियों को टारगेट किया जा रहा है। जी हां बैतूल में आदिवासियों की बेरहम पिटाई पर सियासी लड़ाई शुरु हो गई है।
Loksabha Election 2024 इन दो तस्वीरों में बहुत समानताएं हैं। पहली दोनों तस्वीरें बैतूल की हैं। दूसरी दोनों वीडियो में बर्बरता का शिकार आदिवासी युवक है। दूसरे वीडियो को देख किसी की भी रूह कांप जाए। कोई भी पसीज जाए लेकिन आरोपियों का बेरहम दिल नहीं पसीजा..उन्होंने जो पाया उसी से आदिवासी युवक को मारा। लकड़ी, बेल्ट, चप्पल से पीटते रहे। कैसे पीड़ित युवक दर्द से कराह रहा है। लेकिन, उसके बाद भी युवक को नग्न कर। उलटा लटकाकर। उसके साथ दरिंदगी की हद पार कर दी गई। घटना पिछले साल 15 नवंबर की है। लेकिन सोशल मीडिया पर वीडियो अब वायरल हो रहा है। पीड़ित ने बताया कि बदमाश के डर से उसने पुलिस में शिकायत नहीं की थी, लेकिन जब ये वीडियो संज्ञान में आया तो परिवार और समाज के लोगों ने पीड़ित के साथ थाने जाकर केस दर्ज करवाया।
इधर ये वीडियो वायरल हुआ उधर सियासी संग्राम छिड़ गया.. कांग्रेस ने इस मुद्दे को सदन में उठाया और एक बार फिर बीजेपी को घेरते हुए उसे आदिवासी विरोधी करार देते हुए गृहमंत्री का भी प्रभार संभाल रहे CM से इस्तीफा मांगा।
बीजेपी ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए सरकार को आदिवासी हितैषी बताया और आरोपियों के खिलाफ सख्त एक्शन का भरोसा दिया है। इस बीच, प्रशासन ने आरोपी सोहराब के अवैध घर पर बुलडोजर भी चला दिया
मध्यप्रदेश में आदिवासियों के साथ बर्बरता का ये कोई पहला मामला नही है। इससे पहले सीधी पेशाबकांड ने सबको दहला दिया था और एक बार फिर बैतूल की वारदात लॉ एंड ऑडर के मामले में सरकार को कटघरे में खड़ा कर रही हैं।