भोपाल: MP Politics मध्यप्रदेश में बीजेपी 24 सीटों पर उम्मीदवारी तय कर चुकी है पर कांग्रेस के नेताओँ को अब भी लिस्ट का इंतजार है। ये लंबा होता इंतजार कहीं कार्यकर्ताओं के हौसले कमजोर तो नहीं करेगा। क्या बीजेपी कैंडिडेट्स के मुकाबले के लिए कांग्रेस पहले के प्लान में कुछ तब्दीली करेगी। आखिर किन सीटों पर सहमति में दिक्कत आ रही है। तो वहीं क्या बीजेपी के अंदर टिकट घोषणा के बाद विरोधी सुर तेज हो रहे हैं और 5 सीटों की वैतरणी बीजेपी को क्यों भारी पड़ रही है। आज इऩ्हीं सवालों के जवाब लेंगे।
Read More: लोकसभा चुनाव से पहले संविदा कर्मचारियों की मौज, मिलेगा 30 दिनों का आकस्मिक अवकाश
MP Politics मोदी के विजयरथ को रोकने के लिए कांग्रेस पूरी ताकत के साथ तैयार नज़र आ रही है। गुरुवार को कांग्रेस के सेंट्रल इलेक्शन कमेटी की बैठक होनी है। बैठक के बाद उन चेहरों से पर्दा हट जाएगा जो बीजेपी के धुरंधरों के सामने चुनाव लड़ेंगे। खबर मिल रही है कि कांग्रेस एमपी की 10 से 12 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर देगी।
एमपी में कांग्रेस 50-50 फॉर्मूले पर आगे बढ़ रही है। यानी 50 फीसदी टिकट युवाओं को और 50 फीसदी टिकट सीनियर नेताओं को वहीं बीजेपी में टिकट कटने को लेकर खिटपिट दिखने लगी है। गुना से टिकट कटने पर मौजूदा सांसद केपी यादव नाराज़ बताए जा रहे हैं। भोपाल से साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की भी नाराज़गी दिखने लगी है। उधर कैलाश विजयवर्गीय ने ये कहकर सियासत को गरमा दिया है कि इंदौर में शंकर ललवानी का भी टिकट कट रहा है। जिसपर बीजेपी नेता सफाई देते नजर आए।
Read More: #sarkar: कल आएगी कांग्रेस की पहली लिस्ट! CEC की बैठक में इन नामों पर लगेगी मुहर…
लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी मिशन 400 पार के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रही है। टिकट कटने से नाराज़ दावेदारों का गुस्सा ज़रुर दिख रहा है लेकिन अनुशासन के डर से खुलकर दावेदार नाराज़गी का इजहार नहीं कर पा रहे हैं। वहीं खबर मिल रही है कि कांग्रेस राहुल के एमपी से जाते ही पहली सूची जारी कर देगी। ताकि टिकट कटने से नाराज़ दावेदारों के बवाल का असर कम से कम राहुल की यात्रा में ना पड़े।