भोपाल: stop the religious riots सबके राम..फिर क्यों संग्राम..? खरगोन में रामनवमी जुलूस के दौरान पथराव और हिंसा के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं। आखिर इतनी बड़ी संख्या में पत्थर कहां से आए थे? क्या पहले से ही हिंसा की साजिश की गई थी? जाहिर है ऐसे कई सवाल हैं जो पूरे घटनाक्रम के बाद उठ रहे हैं। लिहाजा सरकार ने भी सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। खुद सीएम शिवराज पल-पल की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने दो टूक कह दिया है कि दंगाई बख्शे नहीं जाएंगे। दूसरी ओर आरोप-प्रत्यारोप भी सियासत भी चरम पर है।
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stop the religious riots मध्यप्रदेश का खरगौन मजहबी आग में जल रहा है, दो समुदायों की हिंसा में शहर का एक हिस्सा जल कर खाक हो गया है। 30 से ज्यादा मकान जल चुके हैं। एसपी सिद्धार्थ चौधरी को उपद्रवियों की गोली लगी है, 6 पुलिसवाले भी जख्मी हैं। 70 से ज्यादा परिवार फिलहाल बेघर हैं। खरगौन में कर्फ्यू लगा दिया गया है। पुलिस चप्पे चप्पे पर तैनात कर दी गई है। हालात काबू में होने के दावे भी किए जा रहे हैं। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि इन सबके पीछे टुकड़े टुकड़े गैंग का हाथ है।
खरगौन,बड़वानी में रामनवमी के जुलूस पर हुए पथराव के बाद दोनों शहर झुलस गए हैं। फिलहाल हालात काबू में करने के लिए प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया है। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पल पल की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दंगे के बाद ये साफ कर दिया है कि जिन्होंने पत्थर चलाए, संपत्ति को नुकसान पहुंचाया, उनसे सार्वजनिक या निजी संपत्ति के नुकसान की वसूली भी करेंगे। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी कहा कि जिन घरों से पत्थर आए हैं उन घरों को पत्थर का ढेर बना देंगे। फिलहाल CM के आदेश के बाद खरगोन में मोहन टाकीज इलाके में दंगाइयों के मकान तोड़ने का काम प्रशासन ने शुरू कर दिया है। लेकिन मध्यप्रदेश में लगी इस आग को बुझाने का उपाय फिलहाल दोनों दलों के लोगों के पास नही है।
दरअसल खरगौन में श्रीराम शोभायात्रा पर रविवार शाम को तालाब चौक के पास पथराव किया गया। रात करीब 9 बजे मामला कुछ शांत हुआ, लेकिन देर रात 12 बजे फिर हिंसा भड़क गई। आनंद नगर, संजय नगर मोतीपुरा में घर फूंक दिए गए, कुछ घरों में लूटपाट भी की गई। पुलिस कुछ समझती इस बीच पुलिस पर ही दंगाईयों ने पथराव शुरु कर दिया। फिलहाल मध्यप्रदेश सरकार के सामने बड़ी चुनौती है कि आने वाले दिनों में मजहबी आग को रोकने का क्या प्लान है?
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