भोपाल। मध्यप्रदेश में इस पूरे सप्ताह अच्छी बारिश का दौर रहा है और कई जिलों में भारी बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात भी पैदा हो गए थे। पर जहां एक ओर प्रदेश के पश्चिमी जिलों में औसत से ज्यादा बारिश दर्ज की गई तो वहीं दूसरी ओर पूर्वी जिलों में औसत से कम बरसात हुई। लेकिन 18 जुलाई से इन क्षेत्रों में भारी बारिश के आसार है।
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आंकड़ों के मुताबिक 1 जून से 16 जुलाई तक पूर्वी मप्र में औसत से 5% कम और पश्चिमी मप्र में औसत से 40% ज्यादा बारिश हुई है हालांकि लॉन्ग पीरियड टर्म में पूरे प्रदेश में औसत से 18% ज्यादा बरसात हुई है। प्रदेश में वर्षा के असमान वितरण को लेकर मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि प्रदेश में पिछले दिनों उड़ीसा तट पर बने सिस्टम के चलते पश्चिमी और सेंट्रल जिलों में अच्छी बारिश हुई है पर अभी बुंदेलखंड रीजन के जिलों दतिया, पन्ना, छतरपुर और पूर्वी मप्र में उतनी बारिश नहीं हुई है।
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18 जुलाई के आसापास एक सिस्टम बनने जा रहा है जिससे पूर्वी जिलों में भी अच्छी बारिश होने की उम्मीद है, वहीं अगले 24 घंटों में शहडोल संभाग के जिलों समेत सिवनी, मालवा, मण्डला, बालाघाट, कटनी, सागर, दमोह, रायसेन, विदिशा, गुना, अशोकनगर में भारी बारिश की संभावना है जिसके लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। बाकी के जिलों में भी गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।