भोपाल: ओबीसी के 27 फीसदी आरक्षण पर एमपी में श्रेय लेने की सियासत जारी है। कांग्रेस ने इसे अपनी उपलब्धि बताते हुए आभार यात्रा निकाली, जो प्रदेश के 15 जिलों से गुजरेगी और कमलनाथ सरकार की उपलब्धियों को जनता के सामने रखेगी। कांग्रेस की आभार यात्रा पर बीजेपी ने निशाना साधते हुए कहा कि जनता सब जानती है इससे कांग्रेस को कुछ हासिल नहीं होगा।
तस्वीरें भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बंगले की है जहां उन्होंने कांग्रेस की आभार यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कांग्रेस की आभार यात्रा 15 जिलो से गुजरेगी, आभार यात्रा के जरिए कमलनाथ सरकार की उपलब्धियों को जनता के बीच रखा जाएगा। यात्रा का पहला चरण 10 से 18 सितंबर तक रहेगा, जिन जिलों से ये यात्रा गुजरेगी वहां जनसभाएं, जन संसद संवाद, जन चौपाल का आयोजन किया जाएगा। कांग्रेस का पिछड़ा वर्ग विभाग इस यात्रा का आयोजन कर रहा है, वैसे इस पूरी कवायद के केंद्र में पिछड़े वर्ग को 27 फीसदी आरक्षण देने को लोगों तक पहुंचाने की योजना है।
कांग्रेस की आभार यात्रा से प्रदेश की सियासत मे हलचल मच गई और इसकी वजह है प्रदेश के पचास फीसदी ओबीसी मतदाता और दोनों ही पार्टियों को मालूम है कि इस वर्ग की नाराजगी चुनावों में भारी पड़ सकती है। लिहाजा सरकार और संगठन दोनों ही स्तरों पर आभार यात्रा के विरोध में जमकर बयानबाजी की गई।
दरअसल कांग्रेस ने 2018 में ओबीसी आरक्षण को 27 फीसदी करने का फैसला लिया था, लेकिन बाद में कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी। लेकिन कुछ दिन पहले ही महाधिवक्ता ने ये सरकार को ये अभिमत दिया कि जो मामले कोर्ट में लंबित हैं उनमें ही ये आदेश लागू होता है। इसके बाद मध्यप्रदेश सरकार ने पिछड़ा वर्ग को सरकारी भर्तियों में 27% आरक्षण लागू कर दिया है। जाहिर तौर पर ये पूरा मामला कोर्ट और सियासत के बीच है और इंतजार इस बात का है कि प्रदेश की आधी आबादी को आखिर कब आरक्षण मिलता है।