विदिशा। जिले के शमशाबाद के नवोदय विद्यालय की सुरक्षा एवं बड़ी घोर लापरवाही सामने आई जहां इसी विद्यालय में अध्ययनरत आठवीं में पढ़ने वाले 3 छात्र बीती रात्रि 4:00 विद्यालय की दीवार फांद कर रफूचक्कर हो गए और विद्यालय प्रबंधन को इसकी कानो कान खबर नहीं हुई। इसमें नवोदय विद्यालय जैसे उच्च मापदंड वाले विद्यालय में सुरक्षा की बड़ी लापरवाही जरूर सामने आई है। प्राचार्य ने खुद स्वीकार किया कि सुबह सभी को प्रांगण में इकट्ठा किया गया तो तीन छात्र गायब मिले वह शमशाबाद से इंदौर पहुंच गए थे और उन्हीं छात्रों के एक रिश्तेदार ने हमें सूचना दी तब तीनों छात्रों को जीआरपी और विदिशा पुलिस की मदद से 15 घंटे के अंदर बरामद कर लिया गया।
बीती रात शमशाबाद नवोदय विद्यालय के तीन छात्र अंधेरे का फायदा उठाकर दीवाल फांदकर रफूचक्कर हो गए। जैसे ही सुबह गिनती हुई तो तीन छात्र कम निकले, जिससे पूरे विद्यालय प्रबंधन में हड़कंप मच गया। आसपास ढूंढने पर बच्चों के न मिलने पर आनन फानन में शमशाबाद थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। यहां से पुलिस ने अपनी टीम भेजी और 15 घण्टे बाद इंदौर रेलवे स्टेशन पर बच्चों का होना पाया पुलिस ने बच्चों को प्रिंसिपल को सुपुर्द कर दिया। वहीं, स्कूल प्रिंसिपल ने बच्चों को उनके परिवार को सौंप दिया। इस घटना से विद्यालय प्रबंधन पर भी बच्चों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठ रहे है चौकीदार, वार्डन के होते हुए बच्चे कैसे दीवार फांदकर रफूचक्कर हो गए।
प्राचार्य ने बताया जो बच्चे विद्यालय से भागे उनका उनकी छोटी क्लास के बच्चों से कुछ कहा सुनी हुई थी। अपनी शिकायत के डर से बच्चे स्कूल की दीवार फांदकर वहां से रफूचक्कर हो गए, जिनको पुलिस ने जी.आर.पी.पुलिस की मदद से इंदौर रेलवे स्टेशन से दस्तयाब किया। हमें इंदौर से सूचना मिली थी वहां बच्चों के कुछ रिश्तेदार थे तब उन्होंने बताया कि स्कूल से भागे बच्चे इंदौर में स्टेशन पर हैं तब हमने जीआरपी और विदिशा की पुलिस से उन्हें सुरक्षित प्राप्त कर लिया है। विद्यालय प्रबंधन ने अपना वाहन भेजकर उन्हें विदिशा डालें और फिलहाल बच्चों को उनके अभिभावकों को सौंप दिया गया है। IBC24 से मनोज पांडे की रिपोर्ट