Reported By: Jitendra singh chauhan
,Vidisha Murder Case/ Image Credit: IBC24
विदिशा। Vidisha Murder Case: 10 मार्च को विदिशा के ग्राम जैतपुरा में हुई पूर्व जनपद सदस्य की हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। हत्या का आरोपी कोई और नहीं बल्कि उसका सौतेला बेटा प्रशांत ही है। प्रशांत अपनी सौतेली मां से शुरू से ही नफरत करता था। उसके पिता द्वारा की गई दूसरी शादी के बाद कुछ जमीन का हिस्सा उसकी सौतेली मां को दिए जाने से भी प्रशांत नाराज था और गुस्से में आकर उसने हत्या की इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने हत्या में उपयोग किए गए हथियार कुल्हाड़ी को जब्त कर लिया है साथ ही मौके से फिंगरप्रिंट भी कलेक्ट किए हैं जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है, फिलहाल आरोपी ने अपना जुर्म कबूल लिया है।
दरअसल, प्रशांत की मां के देहांत के बाद उसके पिता राम विलास ठाकुर दूसरी पत्नी घर लेकर आ गए, जिस दिन से रानी ठाकुर शादी करके घर आई। तभी से प्रशांत अपनी सौतेली मां से नफरत करते आ रहा था। इतना ही नहीं वह अपने पिता की दूसरी पत्नी को चाची कह कर बुलाता था। शादी के समय राम विलास ने अपनी दूसरी पत्नी को जमीन का कुछ हिस्सा देने का वादा किया था। इस बात से भी प्रशांत काफी नाराज था। 26 वर्षीय सौतेले बेटे प्रशांत की कुछ दिन पहले शादी भी तय हो गई थी, लेकिन वह भी नहीं हो पाई और ऐसे ही कुछ तमाम कारण थे जिसकी वजह से वह अपनी सौतेली मां से काफी नाराज था और आखिरकार उसने यह कदम उठा लिया।
प्रशांत ने क्रिकेट खेलने के लिए तीन स्टंप बनाए थे जिसमें से एक स्टंप में कुल्हाड़ी लगाकर वह घर में पहुंचा। घर में उसे वक्त उसकी छोटी बहन नहा रही थी और पिता खेत पर गए हुए थे। प्रशांत ने आव देखा न ताव पहला वार करते हुए रानी ठाकुर की गर्दन पर कुल्हाड़ी दे मारी। इसके बाद सौतेली मां बेसुध हुई तो उसने दूसरा वार करते हुए उसकी गर्दन पर फिर से हमला कर दिया। घाव इतने गहरे थे कि पूरी किचन में चारों ओर खून बिछ गया प्रशांत मौके पर ही हथियार को छोड़कर अपने दोस्त के पास गपशप करने के लिए पहुंच गया और ऐसा जताया कि कुछ हुआ ही ना हो।
Vidisha Murder Case: भाजपा नेत्री और पूर्व जनपद सदस्य की हुई हत्या की सूचना जब पुलिस को लगी तो मौके पर एफएसएल टीम के साथ एडिशनल एसपी और थाना प्रभारी पहुंच गए। करीब 100 लोगों से इस मामले को लेकर पूछताछ की गई। मौके से फिंगरप्रिंट कलेक्ट किए गए। डॉग स्क्वायड की मदद से आरोपी को ढूंढने का प्रयास किया गया, लेकिन तत्काल में पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा। रानी के मायके और उसके परिजनों ने जब इस घटना को लेकर ससुराल पक्ष के लोगों पर आरोप लगाया तब जाकर पुलिस ने नए पॉइंट ऑफ व्यू से सोचना शुरू किया। पुलिस को शुरुआत से ही मृतका के पति उसके बेटा और बेटी पर शक था, लेकिन अब उनका शक पुख्ता हो गया था और आखिरकार तीनों से लगातार बारीकी से की गई पूछताछ के दौरान यह खुलासा हुआ।