Lamps manager Fraud case registered against: उमरिया। उमरिया जिले के पाली ब्लाक में लैम्पस प्रबंधक का अनोखा कारनामा सामने आया है। लैम्प्स प्रबंधक हरिनिवास पांडेय ने अपनी सेवानिवृति के पूर्व सहकारी बैंक में केसीसी धारक आदिवासी किसानों के ऊपर फर्जी तरीके से ऋण चढ़ाकर करोड़ों रूपये का घोटाला कर दिया है। मामले की जानकारी किसानों को तब हुई, जब नए लैम्प्स प्रबंधक ऋण वसूली के लिए किसानों की सूची लेकर उनके घर पंहुच गए और ऋण वसूली के लिए जमीन की कुर्की करने की धमकी देने लगे।
हैरान परेशान किसानों को जब कुछ समझ नहीं आया तो उन्होंने जिले के कलेक्टर और एसपी से मामले की शिकायत दर्ज कराते हुए जांच की मांग की है। बता दें पाली ब्लाक छठवीं अनुसूची में शामिल आदिवासी ब्लाक है यहां ज्यादातर किसान आदिवासी समुदाय से हैं। जिले के पाली ब्लाक के महज सरवाही कला गांव में 24 किसानों के ऊपर लैम्पस प्रबंधक ने 50 लाख रुपये का फर्जी तरीके से कर्ज चढ़ाया है। इसी तरह जिले के बन्नौदा,सरवाहि खुर्द, छिंदहा में भी सैकड़ों केसीसी धारक किसानों के खाते में बिना खाद बीज लिए ऋण चढ़ा दिया गया है।
आरोप है कि लैम्पस प्रबंधक ने अपनी सेवानिवृत्ति के पूर्व जालसाजी करते हुए किसानों के खाते में खाद-बीज के कर्जे के रूप में चढ़ाई गई करोड़ों की रकम निकाल ली गई है। इस मामले में शिकायत के बाद पुलिस किसानों के बयान दर्ज कार्रवाई कर रही है, वहीं कलेक्टर ने भी इस बड़े घोटाले की विभागीय जांच के निर्देश दिए है। किसानों की खुशहाली और आर्थिक समृद्धि के लिए केंद्र एवं राज्य की सरकारें अलग अलग योजनाएं संचालित कर रही हैं, लेकिन उमरिया जिले में किसानों सहकारिता विभाग के जिम्मेदार अफसर लाभ दिलाने के बजाय कर्जदार बनाने पर तुले हैं। देखना है किसानों को कर्जदार बनाकर सरकार को करोड़ों का चूना लगाने वाले लैम्प्स प्रबंधक के ऊपर कब और क्या कार्रवाई होती है। IBC24 से रविशंकर तिवारी की रिपोर्ट
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