छतरपुर। Umang Singhar on Chhatarpur Case : मध्यप्रदेश के छतरपुर में बुधवार को सिटी कोतवाली थाने पर हुए पथराव के मामले में पुलिस ने गुरुवार को कड़ी कार्रवाई की। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर पुलिस ने मुख्य आरोपी और पूर्व कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष हाजी शहजाद अली की 20 हजार वर्ग फीट में फैली आलीशान कोठी पर बुलडोजर चलवाया गया। इस मामले को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। इस मामले पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार का बयान सामने आया है।
Umang Singhar on Chhatarpur Case : इस बीच, अब इस मामले पर सियासत शुरू हो गई है। मध्यप्रदेश के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट शेयर किया है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि छतरपुर मामले में मध्य प्रदेश शासन द्वारा कांग्रेस के पूर्व जिला उपाध्यक्ष हाजी शहजाद अली का घर गिराने की कार्यवाही पूर्णतः असंवैधानिक है। मैं इसकी घोर निंदा करता हूँ। क्या मध्य प्रदेश सरकार खुद को कानून एवं न्यायपालिका से ऊपर समझती है! क्या किसी का मकान कभी भी तोड़ा जा सकता है! ये अधिकार मध्य प्रदेश सरकार को किसने दिए है।
#छतरपुर मामले में मध्य प्रदेश शासन द्वारा #कांग्रेस के पूर्व जिला उपाध्यक्ष हाजी शहजाद अली का घर गिराने की कार्यवाही पूर्णतः #असंवैधानिक है।
मैं इसकी घोर निंदा करता हूँ।
क्या मध्य प्रदेश सरकार खुद को #कानून एवं #न्यायपालिका से ऊपर समझती है!…..क्या किसी का मकान कभी… pic.twitter.com/9camhd1IDL
— Umang Singhar (@UmangSinghar) August 23, 2024
दरअसल, समुदाय विशेष के लोग रामगिरी महाराज पर एफआईआर की मांग कर रहे थे। रामगिरी महाराज ने पैगंबर मोहम्मद और इस्लाम को निशाना बनाते हुए कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसी को लेकर मुस्लिम समाज के लोग प्रदर्शन कर रहे थे। सारे प्रदर्शनकारी कोतवाली थाने पहुंच गए थे। डीआईजी ललित शाक्यवार ने बताया कि धार्मिक नेता सैय्यद हाजी अली और सैय्यद जावेद अली के नेतृत्व में करीब 300-400 लोग ज्ञापन सौंपने के लिए पुलिस थाने आए थे। वे रामगिरी महाराज के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग कर रहे थे, जिन पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर महाराष्ट्र में पहले से ही कई प्राथमिकी दर्ज हैं।