Shortest Day-Largest Night Today: उज्जैन। आज साल का सबसे छोटा दिन और सबसे बड़ी रात 10 घंटे 41 मिनट की रहेगी। दिन की अवधि खगोलीय घटनाक्रम बादल नहीं होने पर ही देखा जा सकेगा। लेकिन अभी भी बादल छाए हुए है। खगोलीय घटनाक्रम के अंतर्गत 22 दिसंबर को इस साल का सबसे छोटा दिन और सबसे बड़ी रात रहेगी बादल नहीं होने पर वह साल में इस खगोलीय नजारे को देखा जा सकेगा। लेकिन अभी तक बादल छाए हुए।
Shortest Day-Largest Night Today: शासकीय जीवादी वेधशाला की अधीक्षक डॉक्टर राजेंद्र प्रकाश गुप्त ने बताया कि सूर्य के चारों ओर पृथ्वी के परिभ्रमण के कारण 22 दिसंबर को सूर्य मकर रेखा पर लंबवत होगा। इस दिन सूर्य की क्रांति 23 अंश 26 कल और 27 विकल दक्षिण होगी। इससे भारत सहित उत्तरी गोलार्ध में स्थित देश में सबसे छोटा दिन और सबसे बड़ी रात होगी। 22 दिसंबर को उज्जैन में सूर्य उदय सुबह 7:05 और सूर्यास्त शाम 5:40 पर होगा। इससे 22 दिसंबर को उज्जैन में दिन की अवधि 10 घंटे 41 मिनट और रात की अवधि 13 घंटे 19 मिनट की होगी 22 दिसंबर को सूर्य सायन मकर राशि में प्रवेश करेगा।
Shortest Day-Largest Night Today: इस दिन सूर्य मकर राशि में जीरो अंश सा काला और चुम्मा लवी कला पर होगा। 22 दिसंबर के बाद सूर्य की गति उत्तर की ओर दृष्टिगोचर होना शुरू हो जाती है। जिससे उत्तरायण का प्रारंभ भी कहते हैं। सूर्य की उत्तर की ओर गति होने के कारण अब उत्तरी गोलार्ध में दिन धीरे-धीरे बड़े होने लगेंगे और रात छोटी होने लगेगी। 21 मार्च को सूर्य विषुवत रेखा पर होगा तब दिन और रात बराबर होंगे। डॉक्टर गुप्त ने बताया कि इस खगोलीय घटना को शासकीय जीवाजी वह साला शंकु यंत्र के माध्यम से प्रत्यक्ष देखा जा सकता है। इस दिन शंकु की छाया सबसे लंबी होकर पूरे दिन मकर रेखा पर गमन करती है। दृष्टिगोचर होगी इस घटना को धूप होने पर ही देखा जा सकता है। लेकिन अभी भी बादल छाए हुए हैं इस कारण से इस घटना को नहीं देखा जा सकता।
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