Case of fire in the sanctum sanctorum of Mahakal temple: इंदौर। उज्जैन के महाकाल मंदिर के गर्भ गृह में लगी आग के मामले में आग में झुलसे पुजारियों को इंदौर लाया गाया था। 09 घायलों का इंदौर में इलाज किया जा रहा था। वहीं अब 04 अन्य घायलों को भी इंदौर लाया गया है। सभी का इंदौर के अस्पताल में इलाज जारी है।
ताजा जानकारी के अनुसार पुजारी आनंद की हालत गंभीर है वहीं अन्य सभी खतरे के बाहर है। एपिलिप्सि की शिकायत मिलने के बाद से हालत नाज़ुक हुई थी। सभी को अंडर ऑब्जर्वेशन रखा गया है। 06 घायलों को करीब 30 प्रतिशत बर्न है। अन्य घायलों को 6 से 10 प्रतिशत बर्न बताया गया है। डॉक्टरों के अनुसार आगामी पांच दिनों में हीलिंग दिखने लगेगी।
बता दें कि महाकालेश्वर मंदिर (Mahakal Temple) में सोमवार तड़के एक बड़ा हादसा हो गया था। यहां भस्म आरती के दौरान गर्भ गृह में आग लग गई थी। घटना में पुजारी सहित 14 लोग झुलस गए थे। बताया जाता है कि आग लगने की ये घटना आरती (Aarti) में जल रहे कपूर भभकने से हुईं थी।
इस मामले में कलेक्टर नीरज सिंह (Neeraj Singh) ने जांच के आदेश दिए हैं। आपको बता दें कि जिस वक्त ये हादसा हुआ, उस वक्त सीएम डॉ. मोहन यादव के पुत्र वैभव और बेटी डॉक्टर आकांक्षा (Akanksha) नंदी हाल में बैठकर बाबा की आराधना कर रहे थे।
दरअसल, सोमवार सुबह करीब 5.45 बजे आरती के अंतिम के क्षणों में बाबा को गुलाल चढ़ाया जा रहा था। साथ में पुजारी भी एक दूसरे पर गुलाल डाल रहे थे। इसी दौरान आरती की थाल में जल रहे कपूर पर गुलाल गिरने से वह बिखर गया। इसके बाद महाकाल के ऊपर बांधे गए फ्लेक्स में आग लग गई। इसके बाद अचानक आग फैल गई और पूजा कर रहे संजय गुरु, दिलीप गुरु, कमल जोशी, विकास और मनोज पुजारी, अंश पुरोहित, सेवक महेश शर्मा, चिंतामन गेहलोत सहित 14 लोग घायल हो गए।