ग्वालियर: मध्यप्रदेश के ग्वालियर-चंबल अंचल में आई बाढ़ ने लोगों की जिंदगी पर गहरे जख्म छोड़े हैं। बारिश अपना इतना भयानक रौद्र रुप दिखाएगी ये शायद किसी को नहीं मालूम था। बाढ़ के पानी ने लोगों के आशियाने उजाड़ दिएख्न दियों पर बने पुल एक झटके में तेज बहाव में बह गए। कई गांव टापू बन गए। पालतू मवेशी पानी में कहां बह कर चले गए ये किसी को नहीं पता।
बारिश तो थम चुकी है, लेकिन बारिश की वजह से आई बाढ़ के जख्म आज भी हरे ही हैं 1225 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। करीब 4 हजार लोगों को निकाला जा चुका है। इनमें से 11 सौ लोगों को रेस्क्यू किया गया। सेना..वायुसेना..SDRF NDRF के जवानों की मदद से कई जिंदगियां बचाई गई।
ग्वालियर चंबल संभाग ने बीते एक सप्ताह में बाढ़ का ताड़व देखा है, लेकिन अब बाढ़ का पानी गांव से लेकर कस्बों से उतर चुका है। लेकिन जो तस्वीर दिख रही है, वो उन तस्वीरों से भी ज्यादा डरवानी है जो बाढ़ के समय देखी थी। क्योंकि उस समय बाढ़ के पानी का कहर था ओर अब उस कहर के कितनी जिंदगियां तबाह हुई वो देखी जा सकती है।