MP Congress on Chintamani Malviya Notice : चिंतामणि मालवीय को मिले नोटिस पर मचा बवाल! कांग्रेस ने बीजेपी को लिया आड़े हाथ, कैलाश विजयवर्गीय ने दिया मुंहतोड़ जवाब

MP Congress on Chintamani Malviya Notice : चिंतामणि मालवीय को मिले नोटिस पर मचा बवाल! कांग्रेस ने बीजेपी को लिया आड़े हाथ, कैलाश विजयवर्गीय ने दिया मुंहतोड़ जवाब |

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  • Publish Date - March 24, 2025 / 01:38 PM IST,
    Updated On - March 24, 2025 / 01:38 PM IST
MP Congress on Chintamani Malviya Notice | Jitu Patwari X

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HIGHLIGHTS
  • आलोट विधायक चिंतामणि मालवीय को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
  • इस नोटिस में सात दिनों के भीतर जवाब देने को कहा गया है।
  • कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने चिंतामणि मालवीय को मिले नोटिस को लेकर बयान दिया है।

भोपाल। MP Congress on Chintamani Malviya Notice: मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पूर्व उज्जैन सांसद और आलोट विधायक चिंतामणि मालवीय को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की ओर से भेजे गए इस नोटिस में सात दिनों के भीतर जवाब देने को कहा गया है। अब इस मामले में कांग्रेस की एंट्री हो गई है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने चिंतामणि मालवीय को मिले नोटिस को लेकर बयान दिया है।

जीतू पटवारी ने कहा कि बीजेपी दलितों की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है। चिंतामणि मालवीय ने किसानों की आवाज उठाई तो बीजेपी ने नोटिस दिया। जबकि, दूसरे नेताओं को नोटिस नहीं दिया गया। बीजेपी का दलित और किसान विरोधी चेहरा उजागर हो रहा है। बता दें कि चिंतामणि मालवीय ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे।

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जीतू पटवारी के बयान पर भड़के कैलाश विजयवर्गीय

चिंतामणि मालवीय को मिले नोटिस पर जीतू पटवारी के बयान से ससंदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय उठे। उन्होंने कहा कि जीतू पटवारी के इशारे पर थोड़ी हमारी पार्टी चलेगी। हमारी पार्टी की अपनी आईडियोलॉजी है। हमारे नेताओं के निर्देश पर हमारी पार्टी चलेगी। हमारी पार्टी नियम कानून से चलती है किसी दूसरी पार्टी के नियम कानून से नहीं नहीं चलती। हमारे यहां कोई भी काम कार्यकर्ता करता है तो हम देखते है कि वह अनुशासन हीनता की श्रेणी में आता है या नहीं आता है तो हम नोटिस देते है। उसमें दूसरे दल का प्रश्न उठाने का कोई सवाल नहीं है। जीतू पटवारी इतने बड़े नेता नहीं हो गए। जीतू पटवारी महात्मा गांधी,दीनदयाल उपाध्याय,श्यामाप्रसाद मुखर्जी नहीं हो गए जो उनसे सलाह लेकर पार्टी चलाए।

ये है पूरा मामला

दरअसल, मालवीय ने हाल ही में सिंहस्थ जमीन अधिग्रहण मामले को लेकर विधानसभा में अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े किए थे। उनके इस रुख को पार्टी के अनुशासन के खिलाफ माना जा रहा है। इस मामले की जानकारी केंद्रीय नेतृत्व तक भी पहुंच चुकी है।

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि चिंतामणि मालवीय के हालिया बयान और गतिविधियों से पार्टी की प्रतिष्ठा प्रभावित हो रही है। नोटिस में यह भी उल्लेख किया गया है कि प्रदेश उपाध्यक्ष होने के बावजूद वे लगातार सरकार की आलोचना कर रहे हैं, जिससे पार्टी की छवि धूमिल हो रही है।

1. चिंतामणि मालवीय को बीजेपी द्वारा नोटिस क्यों जारी किया गया?

चिंतामणि मालवीय को बीजेपी द्वारा कारण बताओ नोटिस इस कारण जारी किया गया क्योंकि उन्होंने हाल ही में सिंहस्थ जमीन अधिग्रहण मामले को लेकर अपनी ही सरकार पर सवाल उठाए थे। उनके इस रुख को पार्टी के अनुशासन के खिलाफ माना गया और इससे पार्टी की प्रतिष्ठा पर असर पड़ने की आशंका जताई गई।

2. जीतू पटवारी ने चिंतामणि मालवीय के नोटिस के बारे में क्या बयान दिया?

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि बीजेपी दलितों और किसानों की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी ने चिंतामणि मालवीय को नोटिस दिया क्योंकि उन्होंने किसानों की आवाज उठाई, जबकि अन्य नेताओं को नोटिस नहीं दिया गया। इस बयान से बीजेपी की दलित और किसान विरोधी छवि सामने आई है।

3. कैलाश विजयवर्गीय ने जीतू पटवारी के बयान पर क्या प्रतिक्रिया दी?

कैलाश विजयवर्गीय ने जीतू पटवारी के बयान पर कहा कि बीजेपी अपनी आईडियोलॉजी और नियमों के अनुसार चलती है। उन्होंने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता अनुशासनहीनता के मामले में नोटिस प्राप्त करते हैं और यह किसी अन्य पार्टी के नियमों पर नहीं चलता।

4. चिंतामणि मालवीय ने किस मुद्दे पर सरकार की आलोचना की थी?

चिंतामणि मालवीय ने सिंहस्थ जमीन अधिग्रहण मामले को लेकर अपनी ही सरकार की आलोचना की थी। उन्होंने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया था, जिससे उनकी पार्टी की छवि पर सवाल उठे।