भोपालः मध्यप्रदेश की खजुराहो लोकसभा सीट पर सपा प्रत्याशी का नामांकन रद्द होने से एमपी से लेकर यूपी तक सियासत तेज हो गई है। इंडी गठबंधन को लगे झटका से सपा के अध्यक्ष बीजेपी पर बिफर पड़े। उन्होंने सोशल मीडिया जहां अपना गुस्सा निकाल तो वहीं काग्रेस सांसद विवेक तन्खा ने भी इस मामले को कोर्ट में ले जाने का एलान कर दिया। दूसरी ओर बीजेपी खेमे में इससे खुशी की लहर है। माना जा रहा है कि सपा प्रत्याशी का नामांकन रद्द होना बीजेपी के लिए इस सीट पर वॉकओवर मिलने जैसा है।
मध्यप्रदेश के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अपने वजूद की लड़ाई लड़ रही है। 29 में से सिर्फ छिंदवाड़ा की सीट ही उसके पास है। जबकि बीजेपी इस बार कांग्रेस का पूरी तरह सफाया करने का इरादा जाहिर कर चुकी है। ऐसे विपरीत हालात में कांग्रेस ने गठबंधन धर्म निभाते हुए समाजवादी पार्टी के लिए खजुराहो लोकसभा सीट छोड़ी थी, लेकिन उसके प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन रद्द होना इंडिया गठबंधन के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है। पन्ना के जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेश कुमार के मुताबिक मीरा यादव ने ‘बी फॉर्म’ पर हस्ताक्षर नहीं किए थे और 2023 विधानसभा चुनाव की मतदाता सूची की प्रमाणित प्रति संलग्न करने में भी वो असफल रही थीं।
खजुराहो लोकसभा सीट के बदले सियासी समीकरण पर अब नजर डाले तो बीजेपी ने अपने प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को इस सीट से प्रत्याशी बनाया है, जबकि कांग्रेस ने इंडिया गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी के लिए छोड़ी थी। वहीं कांग्रेस 28 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.. सपा ने खजुराहो सीट से मीरा यादव को टिकट दिया था। नामांकन रद्द होने से अब इस सीट पर बीजेपी को वॉकओवर मिलता दिख रहा है। क्योंकि वीडी शर्मा के खिलाफ कांग्रेस और सपा जैसा कोई टक्कर का प्रत्याशी नहीं बचा है।
कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का हालत अब खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे जैसी हो गई है। जैसे ही नामांकन रद्द होने की खबर सामने आई। अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया साइट X पर अपनी नाराजगी जाहिर करने में देर नहीं की उन्होंने लिखा। खजुराहो सीट से इंडिया गठबंधन की सपा प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन निरस्त करना सरेआम लोकतंत्र की हत्या है। ये हार चुकी भाजपा की हताशा है भाजपा बात में ही नहीं काम में भी झूठी है और समस्त प्रशासनिक तंत्र को भ्रष्ट बनाने की दोषी भी इस घटना की न्यायिक जाँच हो किसी का पर्चा निरस्त करना लोकतांत्रिक अपराध है। कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा ने भी सोशल मीडिया साइट X पर अपनी नाराजगी जाहिर करने में देर नहीं की उन्होंने लिखा कि हम खजुराहो मध्यप्रदेश से समाजवादी पार्टी प्रत्याशी मीरा यादव जी का नामांकन फॉर्म रद्द करने के रिटर्निंग ऑफिसर के आदेश को चुनौती देंगे। पन्ना के रिटर्निंग ऑफिसर का रवैया बहुत उदासीन और नकारात्मक था। कलेक्टर साहिब ये दिन याद रहेगा।
मध्यदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने भी इसे लेकर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा और रिटर्निंग ऑफिसर के इस फैसले को लोकतंत्र की हत्या करार दिया। भोपाल के कांग्रेस कार्यालय में शनिवार को हुई इंडिया गठबंधन के घटक दलों की बैठक में भी खजुराहो से प्रत्याशी के नामांकन निरस्त होने का मुद्दा छाया रहा। बैठक में इस बात पर भी सहमति बनी कि खजुराहो से बीजेपी को वाकओवर नहीं दिया जाएगा। इधऱ बीजेपी चुटकी ले रही है कि दोनों पार्टियों ने पहले ही खजुराहो में सरेंडर कर दिया था, वो चुनाव लड़ना ही नहीं चाहती थी। खजुराहो में वीडी शर्मा दूसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं और ये सीट बीजेपी के मजबूत गढ़ों में से एक है। चुनाव का परिणाम अब चाहे जो भी रहे, लेकिन एक बात तय है। सपा प्रत्याशी का नामांकन रद्द होना इंडिया गठबंधन के लिए किसी बड़े सदमे से कम नहीं है।