Publish Date - January 10, 2025 / 12:25 PM IST,
Updated On - January 10, 2025 / 12:26 PM IST
छतरपुर। Dirty talk in the Women’s Toilet : छतरपुर सीएम राइज स्कूल के स्त्री शौचालय में अश्लील बातें लिखीं मिलीं लेकिन प्रिंसिपल को कुछ पता नहीं है। मप्र सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट सीएम राइज स्कूल में से एक छतरपुर के सीएम राइस स्कूल से एक बेहद चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई है।
दरअसल स्कूल में अध्यनरत छात्राओं ने अपने अभिभावकों से शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि उनके शौचालय में किसी ने अश्लील बातें लिखी हुई है। जब मीडिया की टीम ने स्कूल के प्राचार्य के साथ शौचालय का निरीक्षण किया तो तस्वीरें बेहद चौंकाने वाली सामने आई। पूरे मामले में सीएम राइज स्कूल के प्राचार्य पी अग्रवाल कार्यवाही करने की बात कर रहे।
वहीं पूरे मामले में छतरपुर एडीएम मिलंद नागदेव ने सीएम राइज स्कूल के प्राचार्य को निर्देशित करते हुए शौचालय में साफ-सफाई कराने और दीवालों की पुताई कराने के निर्देश देते हुए घटना की पुनरावृत्ति नहीं होने की हिदायत दी हैं। मध्यप्रदेश सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट सीएम राइज स्कूल में इस तरह की अनैतिक गतिविधियां होना चिंता का विषय है।
छतरपुर के सीएम राइज स्कूल में महिलाओं के शौचालय में अश्लील बातें लिखी मिलीं, जिसके बाद छात्राओं ने इसे लेकर अपनी शिकायत दर्ज कराई। स्कूल प्राचार्य और मीडिया टीम ने इस मामले का निरीक्षण किया।
2. इस घटना के बाद स्कूल प्रशासन ने क्या कदम उठाए हैं?
सीएम राइज स्कूल के प्राचार्य ने इस घटना की जांच करने और कार्रवाई करने की बात कही है। इसके अलावा, एडीएम मिलंद नागदेव ने शौचालय की साफ-सफाई और दीवारों की पुताई कराने के निर्देश दिए हैं।
3. क्या इस घटना के बाद स्कूल में सुरक्षा या साफ-सफाई को लेकर कोई कदम उठाए जाएंगे?
हां, एडीएम मिलंद नागदेव ने निर्देश दिया है कि शौचालय की साफ-सफाई की जाए और दीवारों की पुताई की जाए, ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
4. इस मुद्दे को लेकर क्या चिंता है?
इस तरह की अनैतिक गतिविधियों से स्कूल की प्रतिष्ठा पर सवाल उठते हैं, और यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि ऐसे घटनाएं भविष्य में न हो। यह घटना मध्यप्रदेश सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट सीएम राइज स्कूल के लिए चिंता का विषय है।
5. क्या इस तरह की घटनाएं स्कूलों में आम हैं?
नहीं, इस तरह की घटनाएं स्कूलों में बहुत कम होती हैं और इसे गंभीरता से लिया जाता है ताकि छात्रों और स्टाफ का माहौल सुरक्षित और सम्मानजनक रहे।