शिवपुरी। माधव नेशनल पार्क के जंगल में स्थित बलारपुर मंदिर पर भक्तों के प्रवेश को लेकर चल रहा विवाद खत्म होने के बजाए दिनों-दिन गहराता जा रहा है। नेशनल पार्क स्थित बलारपुर रेंज में बलारी माता मंदिर पर पांच ट्रैक्टर-ट्रालियों से करीब तीन सैंकड़ा ग्रामीण मन्नत पूरी होने पर बलारपुर माता के मंदिर पर दर्शन करने के लिए जा रहे थे। तभी वन विभाग के कर्मचारियों ने उन्हें मंदिर तक जाने से रोक दिया। इस पर ग्रमीणों और महंत का वन कर्मचारियों से विवाद हो गया।
विवाद इतना बढ़ा कि बाबा ने वन चौकी के गेट पर ही ताला लगा दिया। इसके बाद वह ग्रामीणों को लेकर सुखाया थाने में मामले की शिकायत दर्ज कराने पहुंचे। सीसीएफ उत्तम कुमार शर्मा आदेश निकालकर स्पष्ट कर चुके हैं कि बिना अनुमति वहां पर किसी को भी प्रवेश नहीं दिया जाएगा। बता दें कि बलारपुर माता मंदिर पर क्षेत्र के लोगों की अगाध श्रद्धा है। इसी के चलते लोग मां से मन्नत मांगते हैं और मन्नत पूरी होने पर वहां दर्शन करने जाते हैं, लेकिन नेशनल पार्क के जंगल में तीन बाघ खुले में घूम रहे हैं और उनकी लोकेशन भी मंदिर से करीब 10 किमी एरिया में ही है। ऐसे में पिछले दिनों पार्क क्षेत्र में किसी के भी प्रवेश को प्रतिबंधित किया गया है।
इसी क्रम में शिवपुरी के रन्नौद क्षेत्र के ग्राम पड़ोरा के कुछ ग्रामीणों की मन्नतें पूरी होने पर ग्रामीण पांच ट्रैक्टर-ट्रालियों में सवार होकर मां के दर्शन करने के लिए आए थे। यह ग्रामीण सुबह करई स्थित वन विभाग की चौकी पर पहुंच गए। यहां वन कर्मियों ने इन ग्रामीणों को माता के दर्शन करने जाने से रोक दिया। ग्रामीण करीब दो घंटे तक वन कर्मचारियों से विनती करते रहे कि उन्हें मन्नत पूरी होने पर मां के दर्शन करने जाने दिया जाए वह दर्शन करके जल्द से जल्द वहां से लौट आएंगे, लेकिन फारेस्ट कर्मचारियों ने ग्रामीणों की एक नहीं सुनी। जब यह बात मंदिर के महंत प्रयाग भारती तक पहुंची तो वह भी करई पहुंच गए।
वन विभाग के कर्मचारियों को यह समझाने का प्रयास किया कि ग्रामीणों को माता के मंदिर पर दर्शन के लिए जाने दें। वन कर्मचारियों ने महंत की बात नहीं मानी, जिस पर विवाद इतना बढ़ गया कि मंदिर के महंत ने करई वन विभाग की चौकी पर बाहर से ताला डाल दिया। इस दौरान ग्रामीणों का आक्रोश इतना बढ़ गया कि वह महंत से वन कर्मचारियों को पीटने तक की अनुमति मांगने लगे, लेकिन तत्समय महंत ने उन्हें रोक लिया।इसके बाद महंत ग्रामीणों को लेकर सुरवाया थाने चले गए और पुलिस को शिकायती आवेदन दिया।