God shivering with cold in Sehore : भगवान को भी लगने लगी है ठंड, भक्तों ने पहनाएं गर्म कपड़े, लग रहा विशेष भोग

  • Reported By: Kavi Chhokar

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  • Publish Date - January 18, 2025 / 10:30 AM IST,
    Updated On - January 18, 2025 / 11:27 AM IST

सीहोर : God shivering with cold in Sehore  शीतलहर के चलने और मौसम सर्द होने का प्रभाव सिर्फ इंसानो को ही नहीं भगवानों को भी प्रभावित करने लगा है। सर्द मौसम के चलते जहां एक ओर तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है। वहीं लोग गर्म कपड़ों का सहारा लेने लगे हैं। ऐसे सर्द मौसम और तापमान में गिरावट के चलते भक्त भी अपने आराध्य के लिए चिंतित होने लगे हैं। सीहोर में कड़ाके की ठण्ड पद रही है शहर में तापमान में लगातार गिरावट हो रही है। जिसके चलते जहाँ दिन का तापमान 9 डिग्री और रात का तापमान 2 डिग्री तक पहुच गया है ऐसे में भक्तों को भगवान की चिंता होने लगी है।

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God shivering with cold in Sehore  नगर के प्रसिद्ध स्वामी नारायण मंदिर और चिंतामन गणेश मंदिर में भक्तों ने अपने आराध्य को गर्म कपडे पहनना शरू कर दिए है।  इसके पीछे का कारण पूछे जाने पर बताया कि चूंकि मंदिर में भगवान की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाती है।  भगवान की मूर्तियों में प्राण वायु का संचार होने लगता है। जिसके कारण भगवानों को भी मनुष्यों की तरह हर मौसम प्रभावित करता है।  इसलिए भगवान को ठंड के समय गर्म कपड़े पहनाए जाते हैं। पंडित मोहित पाठक ने बताया की मौसम में हम भगवान को गर्म कपड़े पहनाते है। साथ ही उनके आहार का भी विशेष ध्यान रखते है कि किस मौसम में कोंन सा आहार भगवान को समर्पित करना चाहिए।

भगवान को गर्म कपड़े पहनाने की परंपरा कहां शुरू हुई?

भगवान को गर्म कपड़े पहनाने की परंपरा सीहोर के स्वामी नारायण मंदिर और चिंतामन गणेश मंदिर में शुरू हुई, जहां भक्तों ने ठंड के मौसम में अपने आराध्य को गर्म कपड़े पहनाए।

भगवान की मूर्तियों को गर्म कपड़े क्यों पहनाए जाते हैं?

भगवान की मूर्तियों को गर्म कपड़े इसलिए पहनाए जाते हैं क्योंकि प्राण प्रतिष्ठा के बाद मूर्तियों में प्राण वायु का संचार होता है, जिससे वे भी मनुष्यों की तरह मौसम से प्रभावित होती हैं।

ठंड के मौसम में भगवान को कौन सा आहार समर्पित किया जाता है?

ठंड के मौसम में भगवान के आहार का भी विशेष ध्यान रखा जाता है, और पंडित मोहित पाठक के अनुसार, मौसम के अनुसार भगवान को उपयुक्त आहार समर्पित किया जाता है।

सीहोर में इस समय तापमान कितना गिर चुका है?

सीहोर में इस समय दिन का तापमान 9 डिग्री और रात का तापमान 2 डिग्री तक पहुंच चुका है, जिससे ठंड का असर और भी बढ़ गया है।

भगवान को गर्म कपड़े पहनाने का धार्मिक महत्व क्या है?

धार्मिक दृष्टिकोण से भगवान को गर्म कपड़े पहनाने का महत्व यह है कि भक्तों का मानना है कि जैसे इंसान मौसम के अनुसार गर्म कपड़े पहनता है, वैसे ही भगवान को भी ठंड के मौसम में गर्म कपड़े पहनाने चाहिए ताकि उनकी मूर्तियों को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो।