आगर मालवा (मध्य प्रदेश), 30 मई (भाषा) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजगढ़ से उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने बृहस्पतिवार को ईवीएम की सुरक्षा के लिए प्रशासन की व्यवस्था पर संतोष व्यक्त किया लेकिन दावा किया कि इसमें ‘‘छेड़छाड़’’ उच्च स्तर पर होती है।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने उस जगह का दौरा किया जहां मतदान के बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन गया है।
दौरा करने के बाद सिंह ने कहा, ‘‘हम संतुष्ट हैं। स्ट्रांग रूम में बिजली आपूर्ति बाधित नहीं होनी चाहिए। सब कुछ पुख्ता रहना चाहिए….स्थानीय प्रशासन उनसे छेड़छाड़ नहीं कर पाएगा, जो कुछ भी होना है वह ऊपर से किया जाता है।’’
सिंह ने पहले ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए थे।
लोकसभा चुनाव के लिए मतगणना चार जून को होगी।
राजगढ़ में जीत की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि जब कोई व्यक्ति चुनाव लड़ता है तो उसे जीत का पूरा भरोसा होता है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें देशभर से जानकारी मिल रही है कि कांग्रेस अच्छी संख्या में सीट जीतेगी। कुछ लोग हमारे लिए बहुमत की भविष्यवाणी भी कर रहे हैं, लेकिन उन्हें (भाजपा नीत गठबंधन को) उनके दावे-400 पार, के अनुसार सीट नहीं मिलने वालीं।’’
इस बीच, सागर जिले में दलित परिवार के सदस्य की हत्या और गवाह अंजना अहिरवार की संदिग्ध मौत के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव द्वारा पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह और मंत्री गोविंद सिंह राजपूत को पीड़ित परिवार के यहां ले जाने पर आपत्ति जताई
भूपेंद्र सिंह और राजपूत दोनों ही सागर जिले के हैं।
सिंह ने कहा, ‘‘इसका मतलब यादव ने उन्हें संदेश दिया कि आप कुछ भी कर लो दबंग मेरे साथ हैं। यही संदेश पुलिस और प्रशासन को भी गया होगा।’’
उन्होंने कहा कि अंजना के भाई की हत्या इसलिए कर दी गई क्योंकि उसने अपनी बहन के साथ कथित छेड़छाड़ का विरोध किया। बाद में उसके चाचा की भी हत्या कर दी गई और पिछले सप्ताह अंजना की भी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई ।
कांग्रेस नेता ने कथित नर्सिंग घोटाले की जांच विशेष जांच दल से कराने की भी मांग की।
भाषा सं दिमो खारी
खारी