Reported By: Mridul Pandey
,BJP MP Ganesh Singh video viral : सतना। लोकसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं। चुनाव आयोग ने शनिवार को चुनावी तारीखों का ऐलान कर दिया है। लोकसभा चुनाव सात चरणों में होगा। तो वहीं मध्यप्रदेश में 29 लोकसभा सीटों पर चार चरणों में मतदान होना है। इस बीच, बीजेपी ने प्रचार प्रसार तेज कर दिया है। एमपी में बीजेपी के सभी लोकसभा प्रत्याशी जनता को साधने में लगे हुए है। वहीं इस बीच, सतना सांसद गणेश सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। हालांकि चुनाव आयोग ने हिदायत भी दी है कि सभी पार्टी के नेता ऐसे बयान ना दें, जिससे लोग भड़कें या किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचे।
मिली जानकारी के अनुसार सतना के उचेहरा ब्लॉक में शुक्रवार की शाम एक पैलेस के अंदर भाजपा कार्यकर्ताओं का सम्मेलन था जिसे सतना लोकसभा सीट के भाजपा प्रत्याशी सांसद गणेश सिंह संबोधित कर रहे थे। वायरल हो रहे इस वीडियो में बीजेपी प्रत्याशी गणेश सिंह कहते सुनाई दे रहे हैं, “कसर नहीं छोड़ना हैं, मुश्किल से 50-60 दिन मिलेंगे, इसलिए इन 50-60 दिनों में अपना लक्ष्य अर्जुन की उस मछली की आंख की तरह ही होना चाहिए। हम बूथ कैसे जीते, साम-दाम-दंड-भेद-अस्त्र-शस्त्र जो भी चलाना पड़े। बूथ जीतना है। नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना तय है।” इसके साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्रान किया कि घर-घर जाएंगे और मोदी के नाम की अलख जगाएंगे, कमल को वोट दिलाएंगे।
सतना सांसद गणेश सिंह का बड़ा बयान!
“बूथ कैसे जीते साम दाम दंड भेद अस्त्र शस्त्र जो भी चलना पड़े बूथ जीतना मोदी जी का तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना तय हैं” pic.twitter.com/AtFgADwkoh
— MISSON MP ELECTION (@Nai_yatra) March 16, 2024
बता दें कि गणेश सिंह पिछले 20 साल से भाजपा सांसद हैं। सतना-रीवा सहित विंध्य अंचल में पार्टी के बड़े ओबीसी नेताओं में गिने जाते हैं। सतना संसदीय क्षेत्र से 2004 में पहली बार लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुए थे। इससे पहले वह जिला पंचायत अध्यक्ष भी रहे। 2003 में भाजपा की सदस्यता ली और 2004 में पार्टी ने सिटिंग सांसद रामानंद सिंह की टिकट काटकर गणेश को प्रत्याशी बनाया।
गणेश सिंह 2004 में कांग्रेस के राजेंद्र सिंह, 2009 में सुखलाल कुशवाहा, 2014 में अजय सिंह राहुल और 2019 में राजाराम त्रिपाठी को हराकर लोकसभा सांसद बने, लेकिन 2023 के विधानसभा चुनाव में सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा से हार गए थे। इस चुनाव में सिद्धार्थ और गणेश एक बार फिर आमने-सामने हैं।