मऊगंज: BJP MLA arrested in rewa मऊगंज जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र में उस वक्त तनाव की स्थिति निर्मित हो गई, जब दो पक्ष खुलकर आमने-सामने आ गए। इसी दौरान दोनों पक्षों की ओर से सैकड़ों लोगों ने एक-दूसरे पर लाठी-डंडों से हमला किया। जमकर पथराव भी हुआ। एक जगह पर आग भी लगा दी गई। मामला गंभीर होते देख पुलिस ने हल्के बल का प्रयोग किया। पुलिस ने घटनास्थल पर उपस्थित मऊगंज के बीजेपी विधायक प्रदीप पटेल को हिरासत में लिया और उन्हें रीवा ले आई। यहां पर उन्हें पुलिस विभाग के समुदायिक भवन पर रखा गया, जहां पर पुलिस फोर्स की निगरानी में विधायक ने रात गुजारी।
BJP MLA arrested in rewa: दरअसल, पूरा विवाद मऊगंज जिले शाहपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत देवरा गांव में वर्षों पुरानी महादेवन मंदिर की जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर है। पिछले 3 दिन से प्रदर्शनकारी अवैध कब्जा हटाए जाने को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल भी मंगलवार को मौके पर पहुंचे। इस दौरान मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। इसी दौरान विधायक प्रदीप की उपस्थिति में ही प्रदर्शनकारियों ने हथौड़ा और फावड़ा लेकर खुद ही विवादित जमीन पर बनी बाउंड्री वॉल को तोड़ना शुरू कर दिया।
इस दौरान दूसरे पक्ष को लोग भी एकत्रित हो गए और विरोध करने लगे जिस बीच विवाद शुरू हो गया और देखते ही देखते इलाके में तनाव की स्थिति निर्मित हो गई। फिलहाल अब तक पुलिस ने स्थिति में काबू पा लिया है, लेकिन मामला धार्मिक उन्माद से जुड़ा होने के कारण यहां तनाव की स्थिति को देखते हुये रीवा से भारी पुलिस बल पहुंच गया था। वहीं तनाव की स्थिति को देखते हुए मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल को गिरफ्तार करके पुलिस अन्यत्र जगह लेकर चली गई थी।
इस घटनाक्रम के कई वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं, जिसमें विधायक को पुलिस अधिकारी उठाते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसी दौरान जब विधायक प्रदीप पटेल ने कलेक्टर अजय श्रीवास्तव से पूछा “क्या उनकी गिरफ्तारी जा रही है” तो कलेक्टर ने कहा “हां हम आपको गिरफ्तार कर रहे हैं और जेल लेकर जाएंगे” इसके बाद पुलिस की एक टीम बीजेपी विधायक को लेकर रीवा आई। यहां पर पुलिस लाइन के समीप समुदायिक भवन पर बनाए गए अस्थाई जेल में उन्हें रखा गया। जिसके बाद विधायक की सारी रात अस्थाई जेल में कटी।
रीवा लाए गए विधायक से जब मीडिया ने बात की उन्होंने कहा “शाहपुर में वर्षों पुराने शिव महादेवन मंदिर क्षेत्र में कुछ लोगों ने कब्जा जमाया हुआ है। मंदिर में आने वाले भक्तों को भी आने जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, जिसके चलते शासन ने वहां के अतिक्रमण को खाली कराने का नोटिस भी जारी किया। लेकिन वहां पर रह रहे लोगों ने कोर्ट से स्टे प्राप्त कर लिया, जिसकी वजह से प्रशासन भी जमीन को खाली नहीं करा पाया। अतिक्रमण तो हटकर रहेगा, भले ही मेरे प्राण क्यों न चले जाएं।”
मंगलवार देर रात मऊगंज कलेक्टर अजय श्रीवास्तव और एसपी रसना ठाकुर ने अपना बयान जारी करते हुए मामले पर सफाई दी। उन्होंने ने कहा “यहां पर शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटाए जाने की प्रक्रिया शासन की तरफ से चल रही थी। दोपहर के समय मौके पर कुछ लोग एकत्रित हुए और खुद ही अतिक्रमण हटाने का प्रयास शुरू कर दिया। इसके बाद दोनो पक्षों के बीच पत्थरबाजी शुरू हो गईं इसी बीच भीड़ ने झोपड़ी पर रखी घास पर आग लगा दी। मौके पर विधायक प्रदीप पटेल भी उपस्थित थे। सुरक्षा की दृष्टि से तत्काल उन्हें अन्य स्थान पर ले जाया गया। धारा 163 लगाकर दोनों पक्षों के लोगो की गिरफ्तारी की गई है। स्थिति नियंत्रण में है।”