रीवाः ‘Shahrukh Khan’ was not sacrifice Goat ईद-उल-अजहा यानि बकरीद इस बार पूरे देश में 17 जून को मनाई जाएगी। बकरीद को इस्लाम का सबसे पवित्र त्योहार माना जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि बकरीद भी दो बार मनाई जाती है, जिसमें से एक को मीठी ईद और दूसरे को बकरीद कहा जाता है। बकरीद के मौके पर बकरे की कुर्बानी दी जाती है। लेकिन क्या आपको पता है कि ‘शाहरुख खान’ पिछली बार बकरीद पर बकरे की कुर्बानी नहीं कर पाए थे। नहीं न तो चलिए हम बताते हैं कि क्यों ‘शाहरुख खान’ पिछले बार कुर्बानी नहीं दे पाए थे।
‘Shahrukh Khan’ was not sacrifice Goat दरअसल हम बात कर रहे हैं रीवा के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में रहने वाले ‘शाहरुख खान’ की जो पिछली बार बकरीद पर कुर्बानी नहीं दे पाए थे। बताया गया कि बकरीद से ठीक एक दिन पहले एक बकरे के दो दावेदार थाने पहुंच गए और खुद को बेजुबान बकरे का मालिक बताने लगे। संजय खान और शाहरुख खान दोनों ने पुलिस के समक्ष बकरे को अपना बताते हुए दावेदारी प्रस्तुत की है। पुलिस ने दोनों पक्षों के बयान लिए और बकरे से जुड़े दस्तावेज, फोटोग्राफ्स की भी जांच की। लेकिन आखिर तक मामला नहीं सुलझा। बकरीद निकल जाने के बाद भी ये मामला नहीं सुलझ पाया था।
संजय खान का कहना था कि 7 से 8 माह पूर्व उनका बकरा घर के बाहर से चोरी हो गया था। बकरा चोरी होने के बाद उसकी काफी तलाश की गई, लेकिन वह कही नहीं मिला। बीते कुछ दिन पूर्व संजय खान अपने चाचा के घर जा रहे थे, तभी घोघर मोहल्ले में स्थित एक घर के बाहर उनका बकरा बंधा हुआ दिखाई दिया। पास जाकर देखा तो संजय खान को यकीन हो गया की यह उनका ही बकरा है। संजय खान का दावा था कि बकरा उनके घर पर ही पैदा हुआ हुआ और इसकी फोटोग्राफ्स भी उनके पास उपलब्ध है।
जबकि शाहरुख खान का कहना था कि एक साल पहले उसने 15 हजार में खरीदा था। वहीं बकरे को लेकर मालिकाना हक जता रहे शाहरुख खान का कहना है कि एक वर्ष पूर्व वह अपने दोस्तों के साथ कहीं घूमने जा रहे थे तभी रास्ते में उन्हें बकरों का एक झुंड दिखाई दिया। उन्होने इस बकरे फोटो घर वालो को भेजी पसंद आने के बाद इस बकरे को उन्होने 15 हजार में खरीद लिया। शाहरुख ने ये भी दावा किया था कि बकरा चोरी का होता तो वह अपने बकरे की तसवीर फेसबुक और अन्य सोशल साइट में शेयर नहीं करते। वह बकरे को लेकर अक्सर घूमने भी निकलते थे।