Reported By: Rajeev Rajeev Pandey
,रीवा। Rewa News: मध्यप्रदेश मे नव निर्वाचित भारतीय जानता पार्टी सरकार में डिप्टी सीएम बनाए गए। राजेंद्र शुक्ल को जबसे चिकित्सा शिक्षा मंत्री का दायित्व सौंपा गया है। तब लेकर प्रदेश की स्वास्थ सेवाओं को बेहतर बनाए जानें के साथ ही मेडीकल कॉलेज को सर्व सुविधा युक्त बनाए जानें के लिए प्रदेश सरकार व चिकित्सा शिक्षा मंत्री राजेंद्र शुक्ला के द्वारा नित नए- नए प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश सरकार जल्द ही रीवा सहित रतलाम और जबलपुर को बड़ी सौगात देने जा रही है। यहां के मेडीकल कॉलेजों में अब फॉरेन्सिक और डीएनए लैब शुरु किए जाएंगे। इसके अलावा रीवा में 31 करोड़ की लागत से लीनियर एक्सीलेटर मशीन भी स्थापित की जाएगी। इस आधुनिक मशीन के लग जाने से कैंसर पीड़ितों को बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
बता दें कि प्रदेश के तीन मेडिकल कॉलेजों को बड़ी सौगात मिली है। मध्यप्रदेश के डिप्टी सीएम व चिकित्सा शिक्षा मंत्री राजेंद्र शुक्ल मेडिकल क्षेत्र को सुविधायुक्त और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार जुटे हुए है। जिसके चलते इसके परिणाम भी सामने आने लगे हैं। मध्यप्रदेश के रीवा जबलपुर और रतलाम मेडिकल कॉलेज को जल्द ही बड़ी सुविधा मिलने जा रही है। इसको लेकर तैयारीयां भी शुरू हो चुकी है। रीवा जबलपुर और रतलाम जिले के मेडीकल कॉलेजों में जल्द ही फोरेंसिक और DNA जांच लैब की सुविधा शुरु हो जाएगी।
इसके पहले इन सैंपलों की जांच भोपाल के मेडीकल में होती थी जिसके कारण जांच रिपोर्ट आने में काफी देरी होती थी। लेकिन अब रीवा, जबलपुर रतलाम में होगी। फॉरेंसिक और DNA सेंपल की जांच फोरेंसिक जांच और DNA टेस्ट की सुविधा रीवा, जबलपुर और रातलाम के मेडीकल कॉलेजों में शुरु होने से जांच में तेजी आएगी। इसके साथ ही गंभीर अपराधों से जुड़े मामलों की विवेचना करने में जांच अधिकारियों को सुविधा होगी। फॉरेंसिक और DNA सैंपलो की जांच के लिए 13 करोड़ की लागत से रीवा, जबलपुर, और रतलाम स्थित मेडिकल कॉलेज में भवन बनकर तैयार हो चुके हैं और अब जल्द ही उपकारणों की खरीदी एवं स्टाफ की भर्ती किए जानें की प्रक्रिया प्रारंभ की जायेगी।
वहीं 31 करोड़ की लीनियर एक्सीलेटर और 11 करोड़ की MRI मशीन की स्वीकृति रीवा, रतलाम और जबलपुर के मेडिकल कॉलेजों में फॉरेंसिक एवं डीएनए सैंपल की जांच लैब के चालू हो जाने से गंभीर अपराधों से जुड़े मामलो की जांच प्रक्रिया में गति आएगी। इसके साथ ही न्याय प्रक्रिया भी तेज होगी। दुष्कर्म सहित अन्य मामलों में समय पर जांच रिर्पोट मिल सकेगी। बताया जा रहा है कि तीनों स्थानों पर फॉरेंसिक और डीएनए जांच चालू हो जाने से हर माह लगभग 150 से 200 सैंपलों की जांच होना संभव हो जाएगा। इसके आलावा 31 करोड़ की लागत से कैंसर मरीजों के कीमो थैरपी के लिए अति अत्याधुनिक मशीन लीनियर एक्सीलेटर मशीन और 11 करोड़ की एमआरआई मशीन के लिए भी स्वीकृति मिल चुकी है जिसे जल्द ही रीवा में स्थपित किया जाएगा।
262 प्रकार की जांच के लिए फॉरेंसिक लैब की स्थापना मीडिया से बात करते हुए एमपी के उपमुख्यमंत्री व चिकित्सा शिक्षा मंत्री राजेंद्र शुक्ला ने बताया की रीवा में ब्लाक लेवल पर जो समुदायिक स्वस्थ केन्द्र है वहां पर 62 प्रकारों की जांच हो जिसके लिए ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट की स्थापना की गई है। जिला अस्पतालों ने इंटीग्रेटेट पब्लिक हेल्थ लैब की स्थापना की गई है जहां पर 132 प्रकार की जांच होती है, लेकिन अब 262 प्रकार की जांच हो सके इसके लिऐ मेडिकल कॉलेज के जो अस्पताल है वहां पर फोरेंसिक लैब की स्थापना की जा रही है। कैंसर मरीजों को कीमो थैरिपी के लिए नहीं जाना पड़ेगा।
Rewa News: भोपाल डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला ने बताया की हमारे रीवा को एक और बडी उपलब्धि मिलने जा रही है। जिसमें कैंसर मरीजों के लिए अति अत्याधुनिक मशीन लीनियर एक्सिलेटर मशीन जो रीवा में नहीं थी इसके लिए कैंसर मरीजों को भोपाल के जवाहर लाल नहरू कैंसर अस्पताल में जाना पड़ता था। लीनियर एक्सिलेटर मशीन स्वीकृत हो चुकी है। इसकी कीमत 31 करोड़ है और जल्द ही यह मशीन रीवा मेडीकल कॉलेज के क्रिटिकल केयर ब्लॉक के ग्राउंड फ्लोर में स्थापित की जाएगी। इस अति अत्याधुनिक मशीन लीनियर एक्सीलेटर के लग जानें से कैंसर मरीजों को अब कीमो थैरिपी के लिए भोपाल जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। रीवा और विंध्यवासियों को स्वास्थ सुविधाएं मिलेगी। वहीं डिप्टी सीएम ने कहा कि इसके अलावा हमारे रीवा का सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल जो समूचे विंध्य के लिए वरदान साबित हो रहा है। उस हॉस्पिटल में 11 करोड़ की लागत की एमआरआई मशीन भी स्वीकृत करा दी गई है। कैंसर मरीजों के लिए लगाई जाने वाली मशीन लीनियर एक्सीलेटर और एमआरआई मशीन के लग जाने से एक बड़ी स्वास्थ सुविधा रीवा और समूचे विंध्य क्षेत्र की जनता को मिल सकेगी।