रीवा। जिले में इन दिनों आबकारी विभाग का अमला सोया हुआ है जिसके कारण शराब दुकानों में धड़ल्ले के साथ आबकारी नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। शराब दुकानों में ना तो आबकारी इंस्पेक्टर का नाम और नंबर डिस्प्ले किया जाता है और ना ही दुकानदार एमआरपी रेट में शराब की बिक्री करते हैं। इसके अलावा शराब दुकान के बाहर ही बैठकर सुरा प्रेमी शराब का आनंद लेने में भी मस्त रहते हैं, मगर इस और प्रशासनिक अमला किसी भी प्रकार का ध्यान नहीं दे रहा है।
दरअसल मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा हाल ही में नई आबकारी नीति लागू की गई है, जिसमें एमआरपी से अधिक रेट में शराब की बिक्री करना गैरकानूनी बताया गया है। बावजूद इसके रीवा में डिलीवरी के साथ शराब दुकानदार एमआरपी से अधिक रेट में शराब की बिक्री कर रहे हैं। हाल ही में लागू किए गए आबकारी नियमों में अहातो को बंद करने का आदेश भी जारी किया गया था, जिसकी वजह से दुकानदारों ने अहातो को बंद तो कर दिया, परंतु सुरा प्रेमी शराब दुकान के बाहर बैठकर ही शराब का आनंद लेने में मस्त रहते हैं और उन्हें वहां से हटाने वाला कोई नजर नहीं आता।
इसके अलावा नई आबकारी नीति में एक और नियम लाया गया है, जिसमें दुकान के सामने उस क्षेत्र के आबकारी इंस्पेक्टर के नंबर को डिस्प्ले किया जा रहा था, मगर रीवा जिले में संचालित किसी भी शराब दुकान में आबकारी इंस्पेक्टर के नाम और नंबर डिस्प्ले नहीं किए जा रहे हैं। दुकानदारों के द्वारा खुलेआम आबकारी नियमों की धज्जियां उड़ा कर अपनी दुकान चलाई जा रही है। जानकारी के मुताबिक नकली शराब की बिक्री रोकने को लेकर मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा नई आबकारी नीति में इन तमाम नियमों को लागू किया गया, परंतु यह सब नियम केवल कागज मात्र में ही रह गए हैं। IBC24 से राजीव पांडे की रिपोर्ट
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