भोपाल, आठ अक्टूबर (भाषा) मध्य प्रदेश पुलिस ने मंगलवार को भोपाल में एक दुकान से ‘मेफेड्रोन’ बनाने में इस्तेमाल होने वाला रसायन और कच्चा माल जब्त किया, जिससे शहर के दूसरे इलाके में हाल ही में पकड़े गए मादक पदार्थ के कारखाने से संभावित संबंध का पता चला है।
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) संजय अग्रवाल ने बताया कि जब्त की गई सामग्री से संभावित रूप से मादक पदार्थ ‘मेफेड्रोन’ का उत्पादन हो सकता है।
गुजरात एटीएस और एनसीबी ने पांच अक्टूबर को बगरोदा इलाके में स्थित मादक पदार्थ कारखाने का भंडाफोड़ किया और 907.09 किलोग्राम मेफेड्रोन जब्त किया, जिसकी अनुमानित कीमत 1,814 करोड़ रुपये है।
डीसीपी ने बताया, ‘‘भोपाल में सिंथेटिक मादक पदार्थ फैक्ट्री के खिलाफ एनसीबी (दिल्ली इकाई) की कार्रवाई के बाद, मध्य प्रदेश पुलिस को सोमवार रात उसी स्थान पर संदिग्ध वस्तुओं की मौजूदगी की सूचना मिली और सोमवार रात को घटनास्थल को सील कर दिया गया।’’
उन्होंने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि एनसीबी मामले में गिरफ्तार अमित चतुर्वेदी ने गोदाम के सामने गणेश मार्केट इलाके में एक दुकान किराए पर ली थी। वह देर रात कार से कुछ सामान बगरोदा कारखाने में ले जाता था।
अग्रवाल ने बताया, ‘‘मंगलवार सुबह पुलिस ने दुकान का ताला तोड़ा और ड्रमों और बोरियों में रखे कई तरह के रसायन बरामद किए।’’
उन्होंने बताया कि चतुर्वेदी को यह दुकान पिछले साल जुलाई में विष्णु पाटीदार ने किराए पर दी थी।
उन्होंने बताया कि दुकान में मिले रसायन का इस्तेमाल ‘मेफेड्रोन’ बनाने में होता है।
पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘इस दुकान में मिले कच्चे माल की कीमत स्थानीय बाजार में करीब 60 लाख रुपये है, जिससे 250 करोड़ से 350 करोड़ रुपये के बीच सिंथेटिक मादक पदार्थ बनाया जा सकता है।’’
भोपाल के रापड़िया इलाके के निवासी दुकान मालिक विष्णु पाटीदार पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 223 (लोक सेवक द्वारा जारी वैधानिक आदेश का पालन न करना) के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन पर जमीन किराए पर देने या पट्टे पर देने के बारे में पुलिस को सूचित न करने का आरोप है। पाटीदार को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
भाषा दिमो
शफीक
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