Reported By: Vinod Wadhwa
,रतलाम। Shahar Qazi On Garba: शक्ति और आराध्य के महापर्व में रतलाम में इस वर्ष लेटर और पोस्टर वॉर सामने आया है। रतलाम शहर काजी अहमद अली ने नवरात्रि पर्व में सोशल मीडिया पर चल रहे संदेशों को देखते हुए मुस्लिम समाज से अपील की है कि वो मेला और गरबा देखने नहीं जाए और अपने घरों में रहे। दूसरी तरफ गरबा पंडालों में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर रोक के पोस्टर लगाए गए हैं। गरबा पंडालों में मां की आराधना का उल्लास चरम पर पहुंच चुका है। गरबा पंडाल रंग-बिरंगी रोशनी से सजे हुए है। इस बीच गरबा पंडाल में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक को लेकर हिंदू संगठन आगे आए हैं।
शहर के हिंदू संगठनों ने गरबा प्रांगण के प्रवेश द्वार पर आयोजन समिति की सहमति से गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक के बैनर लगाए है। मां कालिका माता मंदिर, पैलेस नवयुवक मंडल महलवाड़ा, श्री राम नवयुवक मंडल राम मंदिर, मां पद्मावती माता मंदिर चार बत्ती चौराहा आदि गरबा पंडालों के एंट्री गेट पर गैर हिंदु के प्रवेश की रोक के बैनर लगाए गए है। आयोजन समितियों की ओर से गरबा खेलने के दौरान मर्यादित वेशभूषा में गरबा खेलने की बात भी लिखी गई है।
बता दें कि, दीनदयाल नगर गरबा समिति ने बनाई नियमावली दिनदयाल नगर में गरबा समिति द्वारा नियमावली बनाई है। जिसमें 4 बिंदु मुख्य रूप से लिखे गए है। जिनमें अश्लील वस्त्रों में प्रवेश निषेध, बॉलीवुड गाने बंद रहेंगे (भजन या भगवान के गाने चलेंगे), शराब पीकर आना सख्त मना है और हिंदू धर्म के अलावा दूसरे सभी धर्म के लोगों के प्रवेश पर रोक लगाई है। इन चारों बिंदुओं का बैनर भी समिति ने लगाया है। वहीं इस बीच शहर में बन रहे हालातों को देखते हुए रतलाम शहर काजी सैयद अहमद अली ने मुस्लिम समाज के नौजवानों, युवतियों और माताओं से अपील की है कि वह मेला और गरबा देखने न जाए।
Shahar Qazi On Garba: शहर काजी ने बकायदा इसके लिए एक लेटर भी जारी किया है। जिसमें लिखा है कि, तमाम रतलाम की मुस्लिम आवाम से गुजारिश है कि मुस्लिम नौजवान, मुस्लिम मां और बेटियां नवरात्रि पर्व पर न ही मेले में जाए और न ही गरबे देखने जाए। वक्त हालात को मद्देनजर रखते हुए अपने घरों में रहे। बाजार, मेलों में घूमना दीन-ए-इस्लाम में जायज नहीं है लिहाजा ऐसे गैर दीनी मामलात में सख्ती से बचा जाए। शहर काजी सैयद अहमद अली ने कहा कि, वर्तमान माहौल को देखते हुए ये लेटर जारी किया है। रतलाम बहुत अच्छा शहर है। रतलाम में ऐसा कुछ नहीं चलता है। बाहर से जो वाट्सएप पर चल रहा है इसको देखते हुए हमने हमारी मां, बहनों को मना किया है कि गरबा में ना जाए। अपने घरों में रहे।