Police Beat Up Dalit Youth: राजगढ़। देश में इन दिनों सोशल मीडिया पर दलितों और आदिवासियों के साथ अत्याचार की खबरें लगातार सामने आ रही है। ताजा मामला एक बार फिर मध्यप्रदेश से सामने आया है, जहां पुलिस पर दलित युवक से मारपीट करने का आरोप लगा है।
यह मामला राजगढ़ जिले का बताया जा रहा है, जहां दलित युवक के साथ किसी और ने नहीं बल्कि खुद पुलिस वालों ने अत्याचार किया है। दलित युवक का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें वो अपने साथ हुई हरकत की आपबीती सुना रहा है। युवक ने बताया कि वो अपने घर के बाहर बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर रहा था, इस दौरान उसे गांव के सरपंच और मंत्री ने जान से मारने की धमकी दी थी। जब युवक ने इसकी शिकायत की तो पुलिस वालों ने उसे FIR दर्ज कराने के लिए थाने बुलाया फिर थाने में ही दलित के साथ पिटाई की। युवक ने बताया कि उसके प्राइवेट पार्ट पर पेट्रोल छिड़का गया, टंकी में डालकर करंट दिया गया और पेशाब भी की।
इधर, दलित की पिटाई पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने ट्वीट कर कहा कि, फिर शर्मसार हुई मानवता !! दलित युवक को बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने पर पुलिस ने पीटा, करंट लगाया और उस पर पेशाब की !!!प्राप्त जानकारी के अनुसार #राजगढ़ जिले के #नरसिंहगढ़ क्षेत्र के दलित युवक दीपक मालवीय को ऐसी सजा वो भी बिना किसी अपराध के पुलिस वालों ने दी!घर के सामने बाबा साहेब की प्रतिमा लगाने पर सरपंच और मंत्री ने उसे रोका और प्रताड़ित किया! बाद में उन्होंने पुलिस से जो करवाया वो रोंगटे खड़े करने वाली घटना है!
उमंग सिंघार ने आगे कहा कि, वीडियो में उसने जो बताया वो सिरहन पैदा करने वाली बात है! #CM को इस मामले पर तत्काल संज्ञान लेकर जुल्म करने वाले पुलिसवालों और सरपंच के साथ मंत्री पर भी कार्रवाई के निर्देश देना चाहिए! निरपराध दलित के साथ पुलिसवालों की ऐसी कार्रवाई सहन नहीं होगी!
फिर शर्मसार हुई मानवता !!
दलित युवक को बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने पर पुलिस ने पीटा, करंट लगाया और उस पर पेशाब की !!!
प्राप्त जानकारी के अनुसार #राजगढ़ जिले के #नरसिंहगढ़ क्षेत्र के दलित युवक दीपक मालवीय को ऐसी सजा वो भी बिना किसी अपराध के पुलिस वालों ने दी!
घर… pic.twitter.com/NgENbPtSgj
— Umang Singhar (@UmangSinghar) December 3, 2024
बता दें कि मध्यप्रदेश में ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब कोई दलित या आदिवासी के साथ इस तरह की शर्मानाक हरकत न हुई हो। कभी किसी दलित को पीट-पीटकर मौत के घाट उतारना तो कभी किसी पर पेशाब करना इन सब मामलों को लेकर एमपी सुर्खियों में रहा है। लेकिन इस बार जो मामला सामने आया है, उसमे कोई और नहीं बल्कि खुद पुलिस ही शामिल है। ऐसे में अब देखना होगा कि सरकार इन कानून के रखवालों पर क्या एक्शन लेती है।