Unique tradition of Bambo Baba fair: रायसेन। वीर बम्बो बाबा के मेले में यह कैसी परम्परा हैं जो एक कहावत को चरितार्थ कर रही है । कहावत हैं “बली का बकरा” पर यह कहावत होली के दूसरे दिन रायसेन जिले के एक गांव में चरितार्थ होती है। वह भी अनोखी परम्परा को पूरा करने के लिए, जहां 20 फिट ऊंचाई पर लकड़ी के एक सिरे पर बकरे को लटकाया जाता है और दूसरे सिरे पर रस्सी बांधकर घुमाया जाता है, जिन्हें कोड़ा मारा जाता है। यह अनोखी परम्परा होली के दूसरे दिन रायसेन के ग्राम वनगवां में मनाई जाती है।
इस गावं का नाम वनगवां इसलिए पड़ा कि भगवान श्रीराम, सीता, लक्षमण वनवास के समय इसी गांव में रुके थे। इसलिए इस ग्राम का नाम वनगवां पड़ा । 21 वी सदी में भी लोग इस तरह की बातों को मानकर चलते है। आस्था कहे या अंधविश्वास यह सब प्रशासन की देखरेख में होता है। रायसेन के ग्राम वनगवां की होली पर लगने वाले वीर बम्बो बाबा का मेला अनोखा है। यह मेला हज़ारों सालों से लग रहा है इस मेले की खासियत है मेले में बकरे को ऊपर लटका कर सात बार परिक्रमा लगाई जाती है और फिर बकरे को उतार लिया जाता है बकरे के उतरने के बाद एक दूसरे पर कोड़ें भी मारे जाते हैं यहा के लोगो का मानना है जो कोड़ें मारे जाते हैं उनसे दर्द नही होता है बल्कि जो तकलीफ बीमारिया है तो वो समाप्त हो जाती है।
सदियों से यह मेला हलारिया परिवार के द्वारा लगाया जाता है इस परिवार के लोग इस परंपरा को हज़ारों सालों से मनाते हुए आ रहे है इन का कहना है के पहले बकरे की जगह पर इंसान को लटकाया जाता था पर एक बार वो इंसान गिर गया था उस के बाद से बकरे को लटकाया जाता है/ वही दर्जन भर ग्राम के लोग इस मेले को देखने आते है इस में महिलाओं और बच्चों की अधिक संख्या होती है। पुलिस प्रशासन पूरी तैयारी के साथ यहां मुस्तेद रहता है कि कोई घटना घटित न हो ।