इंदौर। एक तरफ राजधानी भोपाल में लोकायुक्त और आयकर टीम की छापेमार कार्रवाई जारी है तो वहीं इंदौर में ईडी ने कांग्रेस नेता गोलू अग्निहोत्री के कई ठिकानों पर छापा मारा है। प्रवर्तन निदेशालय ने इंदौर में कांग्रेस नेता गोलू अग्निहोत्री से जुड़े 24 स्थानों पर छापेमारी की। जिसमें साढ़े चार करोड़ रुपये नकद, अवैध हथियार, सोना-चांदी और कीमती वस्तुएं बरामद की गईं।
बता दें कि पिछले कुछ सालों में मध्यप्रदेश के कई शहरों में कारोबारियों और नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी की गई है। जहां इनकम टैक्स, लोकायुक्त, ईडी और सीबीआई की टीम ने कैश के साथ सोना चांदी और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज कब्जे में लिए। अगर एमपी में कार्यवाई की बात करें तो विवरण कुछ इस प्रकार है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत पर भोपाल के प्रमुख चार्टर्ड अकाउंटेंट के ठिकानों समेत पांच जगह बड़ी कार्रवाई की। ईडी की टीम ने अरेरा कॉलोनी स्थित उनके निवास और कंपनी के कार्यालय समेत पांच जगह पर यहां छापेमारी की।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ऑनलाइन बेटिंग ऐप ‘महादेव बुक’ के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए मुंबई, कोलकाता और भोपाल में छापेमारी की। इस छापेमारी में ईडी ने 417 करोड़ रुपये जब्त किए हैं। ईडी को इस छापेमारी में कई अहम सबूत मिले हैं और छापेमारी में मिली धनराशि और गहनों को ईडी ने जब्त कर लिया है। छापेमारी को लेकर ईडी ने कहा कि महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग ऐप अवैध सट्टेबाजी वेबसाइटों को सक्षम करने के लिए ऑनलाइन प्लैटफॉर्म की व्यवस्था करने वाला प्रमुख सिंडिकेट है। इसके जरिए बेनामी बैंक अकाउंट्स में पैसे ट्रांसफर किए जाते हैं।
मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज (Military Engineering Services) के निर्माण कार्यों में व्यापक पैमाने पर हुए भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई ने यह कार्रवाई की है। जबलपुर के साथ ही जोधपुर, प्रयागराज और शिलॉन्ग में एक साथ सीबीआई ने छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया। आरोप है कि एमईएस में अधिकारियों ने सांठगांठ कर बिना किसी निर्माण कार्य के ठेकेदारो को 16 करोड़ रुपये से ज्यादा का भुगतान कर दिया था। इस मामले में सीबीआई ने एमईएस के पूर्व और वर्तमान जीई समेत 17 आरोपियों पर मामला दर्ज किया है। इस छापेमारी में सीबीआई ने बड़ी मात्रा में दस्तावेज भी बरामद किए हैं।
महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप के खिलाफ ED की कार्रवाई (सितंबर 2023): भोपाल में ईडी ने ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 50 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी और दस्तावेज जब्त किए।
इंदौर नगर निगम में 125 करोड़ रुपए के फर्जी बिल घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की एंट्री हो गई है। ED ने घोटाले के मास्टर माइंड इंजीनियर अभय राठौर और संयुक्त संचालक (ऑडिट) अनिल कुमार गर्ग के ठिकानों समेत 21 ठिकानों जगह छापे मारे। ED ने कार्रवाई के दौरान 1 करोड़ 30 लाख रुपए की नकदी बरामद की है। साथ ही 3 करोड़ रुपए की एफडीआर भी मिली है। ED की टीम ने नगर निगम में घोटाले से जुड़े कई दस्तावेज भी अपने कब्जे में लिए है।
दिल्ली सीबीआई ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI-National Highways Authority of India) के एक अधिकारी को 20 लाख की रिश्वत दिए जाने के मामले में दिलीप बिल्डकॉन पर छापेमार कार्रवाई की। यह छापेमार कार्रवाई भोपाल, नई दिल्ली, बेंगलुरु, कोचीन, गुड़गांव सहित कई जगहों पर की गई। इस मामले में NHAI के अधिकारी सहित निजी कंपनी के जीएम, ईडी और चार अन्य लोग गिरफ्तार कर लिए गए। छापे में सभी ठिकानों से करीब चार करोड़ रुपए की वसूली हुई है।
सितंबर 2023 में, धार जिले के मनावर में इनकम टैक्स विभाग की टीम ने 12 स्थानों पर छापेमारी की है। 20 से ज्यादा गाड़ियों में इनकम टैक्स के अधिकारियों ने बड़े व्यापारियों के घर धाबा बोला। छापेमारी आय से अधिक संपत्ति और कर चोरी की आशंका को लेकर की गई है। सभी स्थानों पर दस्तावेजों की जांच की भी की।
कार्रवाई: लोकायुक्त की टीम ने हिंगोरानी परिवार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में जांच की, जिसमें बड़ी मात्रा में अघोषित संपत्ति का खुलासा हुआ। आयकर विभाग ने भी इस मामले में जांच शुरू की..
पूर्व गृह सचिव राजीव अरुण एक्का के खिलाफ ED की कार्रवाई (दिसंबर 2024): झारखंड के पूर्व गृह सचिव के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED ने लोकपाल से कार्रवाई की अनुशंसा की।
व्यापमं घोटाला (2013-2015): मध्य प्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले में CBI ने कई सरकारी अधिकारियों, राजनेताओं और बिचौलियों के खिलाफ छापेमारी और गिरफ्तारियां कीं। इस घोटाले में भर्ती और प्रवेश परीक्षाओं में व्यापक भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ था।
लक्ष्मीकांत शर्मा: मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री, जिन्हें इस घोटाले में गिरफ्तार किया गया था।
पंकज त्रिवेदी: व्यापमं के पूर्व परीक्षा नियंत्रक, जिन पर घोटाले में संलिप्त होने का आरोप है।
नितिन महेंद्र: व्यापमं के पूर्व सिस्टम एनालिस्ट, जिन पर परीक्षा में धांधली करने का आरोप है।
डॉ. जगदीश सागर: मध्यस्थ और दलाल, जिन्होंने उम्मीदवारों को भर्ती प्रक्रियाओं में अवैध रूप से शामिल किया।
गिरिजाशंकर शर्मा: पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा के ओएसडी, जिन पर घोटाले में भूमिका निभाने का आरोप है।
खनन घोटाला (2019): मध्य प्रदेश में अवैध खनन से जुड़े मामलों में ED और CBI ने कई स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें सरकारी अधिकारियों की संलिप्तता की जांच की गई। इन कार्रवाइयों में बड़ी मात्रा में अवैध संपत्ति और दस्तावेज जब्त किए गए।
अभय सिंह: 2007 बैच के आईएएस अधिकारी, जिनके खिलाफ सीबीआई ने अवैध खनन के मामले में प्राथमिकी दर्ज की और छापेमारी की।
विवेक: 2009 बैच के आईएएस अधिकारी, जिनके परिसरों पर सीबीआई ने अवैध खनन के संबंध में छापेमारी की।
इंद्रदेव पासवान: झारखंड के तत्कालीन खनन निदेशक, जिन पर उषा मार्टिन माइनिंग घोटाले में संलिप्त होने का आरोप है।
सिंहस्थ घोटाला (2016): उज्जैन में आयोजित सिंहस्थ कुंभ मेले के दौरान हुए कथित घोटाले में CBI ने जांच की और संबंधित सरकारी अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी की। इसमें सरकारी धन के दुरुपयोग और अनियमितताओं के आरोप थे। उज्जैन में आयोजित सिंहस्थ कुंभ मेले के दौरान हुए कथित घोटाले में कई अधिकारियों के खिलाफ जांच की गई। हालांकि, सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी में आरोपियों के नाम स्पष्ट नहीं हैं।
ई-टेंडरिंग घोटाला (2018): मध्य प्रदेश में ई-टेंडरिंग प्रक्रिया में हुई अनियमितताओं के मामले में CBI ने कई सरकारी अधिकारियों के खिलाफ छापेमारी की और दस्तावेज जब्त किए। इस घोटाले में टेंडर प्रक्रिया में हेरफेर के आरोप थे। मध्य प्रदेश में ई-टेंडरिंग प्रक्रिया में हुई अनियमितताओं के मामले में कई अधिकारियों और तकनीकी विशेषज्ञों के खिलाफ कार्रवाई की गई। हालांकि, सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी में आरोपियों के नाम स्पष्ट नहीं हैं।
आय से अधिक संपत्ति मामले (विभिन्न वर्ष): मध्य प्रदेश में विभिन्न सरकारी अधिकारियों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोपों में CBI और ED ने समय-समय पर छापेमारी की है, जिसमें बड़ी मात्रा में नकदी, आभूषण और संपत्ति के दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
पूर्व आरटीओ कांस्टेबल सौरभ शर्मा पर छापेमारी (दिसंबर 2024)
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पूर्व आरटीओ कांस्टेबल के घर लोकयुक्त पुलिस ने छापा मारा है। कार्रवाई में करोड़ो की नकदी और बड़ी मात्रा में सोने चांदी के जेवर मिले है, जिसे देखकर लोकायुक्त की टीम हैरान हो गई। देर रात तक चली छापामार कार्रवाई में आयकर विभाग के आरक्षक सौरभ शर्मा के ठिकानों से टीम को 2.85 करोड़ रुपए नकद, 60 किलो चांदी, 50 लाख रुपये के सोने-हीरे के जेवर, 4 एसयूवी, कई प्रॉपर्टी के दस्तावेज और नोट गिनने की 7 मशीनें मिली हैं।
एक वर्ष में 279 सरकारी अधिकारी-कर्मचारी रिश्वत लेते पकड़े गए (जनवरी 2023):
लोकायुक्त संगठन की रिपोर्ट के अनुसार, एक वर्ष के भीतर मध्य प्रदेश में 279 सरकारी अधिकारी और कर्मचारी रिश्वत लेते हुए पकड़े गए। लोकायुक्त ने 25 सरकारी विभागों में पदस्थ कर्मचारियों के ठिकानों पर छापेमारी की।