भोपालः दिल्ली में एमपी कांग्रेस नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक हुई है, जिसके बाद राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश में 150 सीटें जीतने का दावा किया है। इसके साथ ही कमलनाथ के चेहरे पर चुनाव लड़ने की सहमति भी बन गई है। इधर, जवाब में भाजपा ने 200 सीटों पर जीत का दावा किया है। यानी मध्यप्रदेश की चुनावी मझधार पार करने के लिए सियासतदां आंकड़ों की नांव पर सवार हो चुके हैं। इसी विषय पर डिबेट के लिए आज के शो का नाम रखा है- दावों का दांव.. आंकड़ों की नाव।
मध्यप्रदेश की चुनावी बिसात पर अब आंकड़ों की बाजीगरी हो रही है। दिल्ली में एमपी के कांग्रेस नेताओं ने बैठक की और इसके बाद राहुल गांधी ने बड़ा दावा किया। उन्होंने इंटरनल सर्वे का हवाला देते हुए कहा कि कर्नाटक का रिजल्ट मध्यप्रदेश में भी दोहराया जाएगा और कांग्रेस 150 सीटों पर जीत दर्ज करेगी। इसके लिए कांग्रेस नेताओं ने रणनीति भी तय कर ली है।
कांग्रेस के इन दावों को भाजपा मुंगरी लाल के हसीन सपने बता रही है। इसके साथ ही भाजपा नेताओं ने अबकी बार 200 पार का नारा दोहराया। एमपी के प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस दोनों ही चुनाव जीतने का दावा कर रहे हैं लेकिन किसी ने ना तो दावे का आधार बताया और ना ही अपनी रणनीति का खुलासा किया। सवाल है कि क्या सिर्फ दावों से चुनाव में जीत मिलेगी या पार्टियों ने कोई ठोस प्लानिंग भी की है? इन सबके बीच जनता किसका साथ देगी, ये सबसे बड़ा सवाल है।