भोपाल : Opposition MPs Suspension News : संसद से 146 सांसदों को निलंबित करने के फैसले ने देश की सियासत में भूचाल ला दिया है। कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दल सदन से लेकर सड़क तक इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। विपक्ष मोदी सरकार पर तानाशाही और लोकतंत्र की हत्या के आरोप लगा रहा है। उधर बीजेपी उप राष्ट्रपति के अपमान मामले में विपक्ष को ही निशाने पर ले रही है। ऐसे में सवाल यह है कि क्या वाकई सांसदों का सदन में सवाल पूछना गलत है और क्या संसद परिसर में उप राष्ट्रपति की मिमक्री देश विरोधी है और उससे बड़ा सवाल ये कि क्या 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर इस सारे घटनाक्रम का असर होगा।
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Opposition MPs Suspension News : देश की संसद का ये शीतकालीन सत्र राजनीति की इसी तपिश में झुलस रहा है। अपने सांसदों के निलंबन से नाराज कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों ने सड़कों पर उतरकर मोदी सरकार के खिलाफ आंदोलन का शंखनाद कर दिया। सदन में पक्ष विपक्ष के बीच की तकरार अब सड़कों पर आ गई है। जहां बीजेपी से जुड़े हुए किसान और जाट संगठन विपक्ष के विरोध में सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं। वहीं शुक्रवार को विपक्षी दलों ने देशभर में सरकार के रवैये के खिलाफ आंदोलन और धरना दिया। दिल्ली के जंतर मंतर पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे ने तो भोपाल के रोशनपुरा चौराहे पर पीसीसी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मोर्चा संभाला। विपक्ष ने मोदी सरकार को तानाशाह करार देते हुए आजादी जैसा बड़ा आंदोलन चलाने का ऐलान किया है।
कांग्रेस सड़कों पर आंदोलनरत है तो वहीं बीजेपी, कांग्रेस पर देश की संसद और उपराष्ट्रपति का अपमान करने का आरोप लगा रही है। बीजेपी नेताओं का कहना है कि कांग्रेस को आंदोलन करने की बजाय संसद में माफी मांगनी चाहिए।
राजनीति में कुछ भी बेमतलब नहीं होता… देश में चंद महीनों बाद लोकसभा चुनाव हैं… यही वजह है कि सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही इस मामले पर मुखर नजर आ रहे हैं.. दोनों दल एक दूसरे को लोकतंत्र विरोधी करार दे रहे हैं और देश की संसद में हुए घटनाक्रम को लेकर राज्यों में भी विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।