यूनियन कार्बाइड कारखाने के कचरे के निपटान की योजना के खिलाफ पीथमपुर में पोस्टकार्ड अभियान शुरू

यूनियन कार्बाइड कारखाने के कचरे के निपटान की योजना के खिलाफ पीथमपुर में पोस्टकार्ड अभियान शुरू

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  • Publish Date - January 8, 2025 / 08:35 PM IST,
    Updated On - January 8, 2025 / 08:35 PM IST

इंदौर, आठ जनवरी (भाषा) मध्यप्रदेश के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर में भोपाल के यूनियन कार्बाइड कारखाने के 337 टन खतरनाक कचरे के निपटान की योजना का विरोध जारी रखते हुए स्थानीय लोगों ने पोस्टकार्ड अभियान शुरू किया है।

पीथमपुर के सामाजिक कार्यकर्ता संदीप रघुवंशी ने बुधवार को ‘‘पीटीआई-भाषा’’ को बताया कि इस मुहिम के तहत राष्ट्रपति, शीर्ष अदालत के प्रधान न्यायाधीश और मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को कुल एक लाख पोस्टकार्ड भेजे जाने हैं।

उन्होंने बताया,‘‘देश के प्रमुख संवैधानिक पदों पर आसीन इन हस्तियों को पोस्टकार्ड भेजकर अनुरोध किया जा रहा है कि यूनियन कार्बाइड कारखाने के कचरे के निपटान पीथमपुर में नहीं किया जाए क्योंकि यह बड़ी मानवीय आबादी से घिरा प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र है।’’

भोपाल में बंद पड़े यूनियन कार्बाइड कारखाने का कचरा दो जनवरी को पीथमपुर में एक निजी कंपनी की संचालित अपशिष्ट निपटान इकाई लाया गया था। इसके बाद पीथमपुर में पिछले सप्ताह हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे। फिलहाल इस औद्योगिक क्षेत्र में हालात शांतिपूर्ण हैं।

मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने छह जनवरी को राज्य सरकार को निर्देश दिया था कि वह यूनियन कार्बाइड कारखाने के कचरे के निपटान के लिए सुरक्षा दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए छह सप्ताह के भीतर कदम उठाए।

भोपाल में दो और तीन दिसंबर 1984 की दरम्यानी रात इस कारखाने से अत्यधिक जहरीली मिथाइल आइसोसाइनेट (एमआईसी) गैस का रिसाव हुआ था। इससे कम से कम 5,479 लोग मारे गए थे और हजारों लोग अपंग हो गए थे। इसे दुनिया की सबसे बड़ी औद्योगिक आपदाओं में से एक माना जाता है।

भाषा हर्ष

राजकुमार

राजकुमार