(रिपोर्टःनवीन कुमार सिंह) भोपालः आज अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस है। उम्मीद है कि वो लोग जो योग नहीं करते उन्होंने आज से योग को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लिया होगा। आज भारत के साथ 177 देशों ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को मनाया। इस बार पूरे विश्व ने मानवता के लिए योग किया पर हमारे मध्य प्रदेश के विपक्ष के नेता या तो इसे पब्लिक इंवेट मानते हैं या नौटंकी। ऐसे में सवाल ये उठता है कि जिस भारत ने पूरे विश्व को इसके लिए प्रेरित किया, आज उसी भारत के दिल यानी मध्य प्रदेश में इसे नौटंकी क्यों कहा जा रहा है? किस संदर्भ में कहा गया, किसके लिया कहा गया?
Read more : दिशा पाटनी ने शेयर किया अब तक का सबसे बोल्ड वीडियो, जालीदार बॉडीकॉन ड्रेस में दिखी इस अंदाज में
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर प्रदेश के कई भाजपा नेताओं ने योग किया। कांग्रेस की तरफ से इसे पब्लिक इवेंट बताया गया। दिग्विजय सिंह ने इशारों-इशारों में ही बड़ा संदेश देने की कोशिश की है। राज्यसभा सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट के जरिए कहा है कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। स्वस्थ जीवन के लिए योग ध्यान प्राणायाम आवश्यक है। लेकिन मास योगा का आयोजन केवल पब्लिक इवेंट हो सकता है। कौन सा योगासन किसे करना चाहिए ये अनुभवी योग प्रशिक्षकों से ही सीखना चाहिए।
हालांकि दिग्विजय सिंह की सलाह बीजेपी को ज्यादा रास नहीं आई। न सिर्फ नरोत्तम मिश्रा बल्कि बीजेपी के छोटे बड़े कार्यकर्ताओं ने दिग्विजय सिंह की सोशल मीडिया पर जमकर खिंचाई की। जिसके बाद कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा दिग्विजय सिंह के बचाव में आए, लेकिन कुछ देर बाद ही नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने भी सेल्फ गोल कर दिया। डॉ गोविंद सिंह ने कह दिया कि पार्क में पैर को ऊपर नीचे करना योग नहीं नौटंकी है। नेताओं का योग तो पब्लिक के बीच रहकर होता है।
Read more : देर रात 41 विधायकों के साथ सूरत एयरपोर्ट पहुंचे एकनाथ शिंदे, गुवाहाटी के लिए होंगे रवाना
जाहिर है सियासी बिरादरी ने योग दिवस पर नयी बहस को जन्म दे दिया है। ये सही है कि निरोग रहने के लिए हर व्यक्ति को योग करना चाहिए..ये भी काफी हद तक सही हैं कि योग एक ट्रेंड प्रशिक्षक की निगरानी में ही करना चाहिए। बहरहाल दिग्विजय सिंह के ट्वीट और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के बयान ने बहस को दूसरी तरफ मोड़ दिया है।