फिल्म तो बहाना है… राजनीति चमकाना है! मध्यप्रदेश में ‘द कश्मीर फाइल्स फिल्म’ को लेकर जारी है सियासत

फिल्म तो बहाना है... राजनीति चमकाना है! Politics continues in Madhya Pradesh regarding 'The Kashmir Files film'

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  • Publish Date - March 21, 2022 / 11:26 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:53 PM IST

(रिपोर्टः नवीन कुमार सिंह) भोपालः कश्मीरी पंडितों पर बनी द कश्मीर फाइल्स को लेकर मध्यप्रदेश में सियासी संग्राम जारी है। बीजेपी विधायकों के बाद कांग्रेसियों ने भी द कश्मीर फाइल्स फिल्म देखी। इस दौरान खास बात ये रही है कि कांग्रेस नेता पीएम मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई, लालकृष्ण आडवाणी और पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह के पोस्टर लेकर फिल्म देखने पहुंचे। फिल्म पर प्रतिक्रिया देते हुए पीसी शर्मा ने कहा कि जब कश्मीरी पंडितों का नरसंहार हो रहा था। तब बीजेपी सांसदों ने वीपी सिंह की सरकार को समर्थन दिया था। लेकिन फिल्म में हकीकत नहीं दिखाई गई। IAS अधिकारी नियाज खान के ट्वीट को लेकर भी घमासान मचा हुआ है। अब सवाल ये है कि फिल्म कश्मीर फाइल्स के बहाने क्या अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश हो रही है।

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90 के दशक में कश्मीरी पंडितों के पलायन और नरसंहार जैसे संवेदनशील मुद्दे पर बनी फिल्म द कश्मीर फाइल्स को लेकर देश में चर्चा और बहस के बीच मध्य प्रदेश में इसे लेकर सियासत गरमाई हुई है। इसी बीच एमपी के चर्चित IAS अफसर नियाज खान के ट्वीट ने आग में घी का काम किया है। नियाज खान ने ट्वीट करते हुए लिखा कि कश्मीर फाइल्स में जिस तरह कश्मीरी पंडितों का दर्द दिखाया गया है। उसी तरह प्रोड्यूसर्स को देश में मुसलमानों की हत्याओं पर भी फिल्म बनानी चाहिए। क्योंकि मुसलमान कीड़े नहीं बल्कि इंसान और देश के नागरिक हैं। इस ट्वीट के बाद नियाज खान बीजेपी नेताओं के निशाने पर आ गए। जुबानी हमलों के बाद नियाज़ खान ने अपने सुर बदलते हुए फिर ट्वीट किया कि द कश्मीर फाइल्स की आय 150 करोड़ तक पहुंची, बढ़िया लोगों ने कश्मीरी ब्राह्मणों की भावनाओं का बहुत सम्मान किया है। मैं फिल्म निर्माता का सम्मान करूंगा कि वो सारी कमाई ब्राह्मण बच्चों की शिक्षा और कश्मीर में उनके लिए घरों के निर्माण में ट्रांसफर कर दे। ये एक महान दान होगा।

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नियाज खान के ट्वीट के जवाब में डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने भी रीट्वीट करते हुए लिखा कि “ सर नियाज खान साहब, 25 तारीख को भोपाल आ रहा हूं। कृपया मिलने का समय दें। आपसे मिलकर एक-दूसरे के विचारों का आदान-प्रदान कर सकें और आपकी किताबों की रॉयल्टी और IAS की शक्ति के रूप में कैसे मदद कर सकते हैं, ये भी जानने का मौका मिलेगा। नियाज खान और डायरेक्टर के बीच चल रहे ट्वीट वॉर के बाद बीजेपी ने कहा कि अपनी हैसियत से ज्यादा बोल रहे हैं।

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बीजेपी के हमलावर होते ही कांग्रेस आईएएस नियाज़ खान के समर्थन में कूद गई है। कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने नियाज़ खान के हवाले से मंत्री विश्वास सारंग को चुनौती दी और कहा कि एक आईएएस को हैसियत बतफि्ाने वाले विश्वास सारंग होते कौन हैं। इधर बीजेपी विधायकों के बाद कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने आज अपने समर्थकों के साथ कश्मीर फाइल्स देखी। दावा किया कि फिल्म में सिवाए हकीकत के सब कुछ दिखाया है।

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एमपी कैडर के आईएएस अधिकारी नियाज खान का विवादों से पुराना रिश्ता है। नियाज अबु सलेम पर उपन्यास लिखने के लिए जेल जाने की छुट्टी मांगकर पहली दफा सुर्खियों मे आए थे। द कश्मीर फाइल्स पर नियाज खाने के ट्वीट ने एक बार फिर राजनीतिक बखेड़ा कर दिया है। बहरहाल एक ओर फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा रही है तो दूसरी ओर इसे लेकर बीजेपी-कांग्रेस राजनीतिक बढ़त लेने की पुरजोर कोशिश में जुटी है। दोनों के अपने-अपने तर्क हैं.. चूंकि अगले साल विधानसभा चुनाव हैं तो तर्क-वितर्क की ये रेस फिलहाल जल्द खत्म होने की संभावना भी कम ही है।