Fake School Teachers: सरकारी शिक्षक बनने के लिए ‘खेला’, ज्वाइनिंग के समय चोरी-छिपे किया ऐसा काम, पुलिस ने दो को किया गिरफ्तार
सरकारी शिक्षक बनने के लिए 'खेला' : Police arrested two fake teachers in Gwalior, Madhya Pradesh, Read full News
Encounter In Jammu-Kashmir
ग्वालियरः Fake School Teachers मध्यप्रदेश सहित देश के अन्य राज्यों में बड़ी संख्या में सरकारी कर्मचारी फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी कर रहे हैं। शिकायत के बाद ऐसे लोगों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी बीच अब मध्यप्रदेश के ग्वालियर में फर्जी तरीके से टीचर बने दो शिक्षकों नरेश मोदी और राजेंद्र रावत को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। भितरवार थाना पुलिस ने ये कार्रवाई की है।
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Fake School Teachers मिली जानकारी के अनुसार नरेश मोदी और राजेंद्र रावत के पास बीएड की डिग्री नहीं थी। दोनों ने फर्जी तरीके बीएड की डिग्री हासिल कर नौकरी लगने के दौरान दिया था। मामले की शिकायत के बाद जांच की गई। जांच में दोनों की डिग्री फर्जी निकली। भितरवार थाना पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई कर रही है।
8 लोगों के दर्ज हुआ था मामला
बता दें कि पिछले साल दिसंबर में फर्जी डिग्री लगा कर संविदा शिक्षक बने 8 शिक्षकों के विरुद्ध भितरवार पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया था। आरोपियों में भाई-बहन भी शामिल थे। सन 2007-08 में भितरवार जनपद में इन संविदा शिक्षकों भर्ती की गई थी। इनमें कृष्ण पाल यादव गड़ाजर, धर्मेन्द्र यादव पुराना बाजार, भितरवार, भगवत शरण शर्मा श्रीराम कालोनी के पास भितरवार, सतीश रजक करैरा रोड, बिजली घर आफिस के पास, भितरवार, फूलवती रजक, करैरा रोड बिजली घर आफिस के पास, भितरवार, अरविंद सिंह जाट ग्राम मस्तूरा, भितरवार, बृजेन्द्र सिंह रावत ग्राम धोवट, भितरवार तथा अनिल कुमार पाठक निवासी ग्राम उटीला, ग्वालियर शामिल थे। सभी प्रक्रिया पूरी होने के बाद इन सभी को संविदा शिक्षक बनाया गया था।

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