पातालपानी रेलवे स्टेशन अब टंट्या भील रेलवे स्टेशन के नाम से जाना जाएगा, बदला गया नाम

Patalpani railway station to be named Tantia Bhil railway station: Chauhan पातालपानी रेलवे स्टेशन का नाम टंट्या भील रेलवे स्टेशन होगा : चौहान

  •  
  • Publish Date - November 23, 2021 / 12:14 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:49 PM IST

भोपाल, 23 नवंबर (भाषा) मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश के इंदौर जिले में स्थित पातालपानी रेलवे स्टेशन का नाम टंट्या भील रेलवे स्टेशन होगा। टंट्या भील आदिवासी आदर्श एवं मध्य प्रदेश के जननायक थे।

पढ़ें- 25 नवंबर से ऊर्जा साक्षरता अभियान, राजस्व प्रकरण के निपटारे के लिए सायबर तहसील,यहां बनेंगे 500 मेगावॉट के पावर प्लांट, शिवराज कैबिनेट के अहम फैसले

मध्य प्रदेश सरकार के अनुरोध पर केन्द्र सरकार ने इसी महीने भोपाल में स्थित देश के सबसे आधुनिक हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर ‘‘रानी कमलापति रेलवे स्टेशन’’ किया है। कमलापति गोंड शासक की पत्नी थीं। गोंड समुदाय भारत में आदिवासियों का सबसे बड़ा समुदाय है।

पढ़ें- सीएम बघेल ने प्रधानमंत्री को लिखी चिट्ठी, धान खरीदी के लिए समय पर बारदानों की आपूर्ति कराने का किया अनुरोध 

चौहान ने सोमवार को मंडला जिले के रामनगर में जनजातीय गौरव सप्ताह के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘पातालपानी रेलवे स्टेशन का नाम टंट्या भील रेलवे स्टेशन होगा।’’ उन्होंने कहा कि इंदौर स्थित भंवर कुआं चौराहे का नाम भी टंट्या भील चौराहा और इंदौर में एमआर-10 बस स्टैंड का नाम भी टंट्या भील बस स्टैंड किया जाएगा। यह बस स्टैंड 53 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा।

पढ़ें- सीएम बघेल ने प्रधानमंत्री को लिखी चिट्ठी, धान खरीदी के लिए समय पर बारदानों की आपूर्ति कराने का किया अनुरोध 

मुख्यमंत्री ने कहा कि पातालपानी स्थित टंट्या भील मंदिर का जीर्णोद्धार किया जाएगा और मंडला में एक मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा, जिसका नाम राजा हृदय शाह मेडिकल कॉलेज होगा। उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, मानपुर का नाम टंट्या भील स्वास्थ्य केन्द्र होगा।

पढ़ें- गलवान के बलवानों का सम्मान, शहीद कर्नल संतोष बाबू को मरणोपरांत महावीर चक्र, राष्ट्रपति खुद चलकर आए पास और किया सम्मानित

चौहान ने कहा कि देश एवं प्रदेश में जनजातियों का वैभवशाली एवं गौरवशाली इतिहास है। जनजातीय नायकों ने स्वतंत्रता संग्राम में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हमारी जनजातियों के गौरव को अंग्रेजों ने समाप्त करने के सारे प्रयास किये। हम इसे पुन: स्थापित कर रहे हैं। चौहान ने कहा कि जनजातियों के विरूद्ध दायर छोटे-छोटे और झूठे मुकदमे वापस लिये जाएंगे।