पन्ना: Former Home Minister of MP Captain Jaipal Singh Judeo passed away मध्यप्रदेश के पूर्व गृहमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कैप्टन जयपाल सिंह जूदेव का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया है। उन्होंने शनिवार को सुबह 80 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार पन्ना में ही शाम को किया गया। राजीव गांधी के साथी रहे जूदेव के निधन पर राजनीतिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री जयपाल सिंह जूदेव के निधन की खबर के बाद राजनीतिक जगत में शोक की लहर है। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने उन्हें सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि अर्पित की है।
पूर्व मंत्री अरुण यादव ने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा, “पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी के साथी, मप्र के पूर्व गृहमंत्री श्री कैप्टन जयपाल सिंह जूदेव जी के निधन की खबर दुःखद एवं पीड़ादायक है. ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे एवं शोकाकुल परिजनों को दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करे. ॐ शांति.”
कांग्रेस प्रवक्ता अवनीश सिंह बुंदेला ने भी सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर जयपाल सिंह के निधन पर दुख जताया है. उन्होंने लिखा, “दुखद सूचना आज दिनांक 2/11/2024 को हमारे पूर्व गृहमंत्री (मध्य प्रदेश शासन) श्री कैप्टन जयपाल सिंह जूदेव (पन्ना), अब हमारे बीच नहीं रहे भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें ॐ शांति ॐ.”
राजनीतिक विशेषज्ञ मनीष मिश्रा ने कहा “कैप्टन जयपाल सिंह के निधन से पन्ना जिले को अपूर्ण क्षति हुई है। उनके द्वारा पन्ना जिले में कई विकास कार्य करवाए गए। जब 1985 में वह गृह मंत्री बने तो उस समय ही पन्ना में जनसंपर्क कार्यालय खोला गया था और वह राजीव गांधी पूर्व प्रधानमंत्री के काफी करीबी थे। कैप्टन जयपाल सिंह एक पायलट थे, जो विमान भी चलाते थे, इसी कारण उन्हें कैप्टन का दर्जा प्राप्त था।”
आपको बता दें कि कैप्टन जयपाल सिंह जूदेव पवई विधानसभा से 2 बार के विधायक रहे हैं। वे राजीव गांधी के खास दोस्तों में से एक थे। जयपाल सिंह राजीव गांधी के साथ पायलट भी रहे हैं। बताया जाता है कि उनकी दोस्ती एविएशन ट्रेनिंग के दौरान ही हुई थी। राजीव गांधी के कहने पर ही जयपाल सिंह ने कांग्रेस जॉइन की थी।
कैप्टन जयपाल सिंह पन्ना जिले की पवई विधानसभा सीट से 1980 और 1985 में विधायक रहते हुए मध्य प्रदेश शासन में गृह मंत्री रहे। कैप्टन जयपाल सिंह कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता थे। 1985 में मोतीलाल बोरा की सरकार में मध्य प्रदेश के महत्वपूर्ण 11 मंत्रालय उनके पास थे, जिसमें गृह मंत्रालय, परिवहन मंत्रालय, जनसंपर्क मंत्रालय आदि उनके पास थे।