अमित खरे, पन्ना। कृषि के देवता बलदाऊ गर्भ ग्रह में विराजमान कृष्ण के मंदिर आपको हर कहीं मिल जाएंगे। बाहर से मंदिर जैसे दिखाई देने वाले भवन के अंदर अन्य संप्रदायों के आस्था केंद्र तो आपने बहुत देखे होंगे, परंतु क्या आपने लंदन के सुप्रसिद्ध सेंट पॉल चर्च जैसे दिखाई देने वाले भवन के अंदर भगवान श्री कृष्ण के बड़े भैया बलदाऊ का मंदिर देखा है।
आज हम ऐसे मंदिर की आपको सैर कराते हैं जो लंदन के सेंट पॉल की तर्ज पर बना हुआ है। सबसे बड़ी खास बात यह है कि यह बुंदेली स्थापत्य कला का बेजोड़ नमूना है। यह कृष्ण की 16 कलाओं पर आधारित बलदेव जी का मंदिर है, जिसमें आपको हर चीज देखने पर 16 मिलेंगी। जैसे – 16 खिड़की…., 16 दरवाजे…., 16 झरोखे….., 16 गोमेद…., 16 सीढ़ी….. और यहां तक की जिस सन में यह मंदिर बना है उसका जोड़ने पर भी योग 16 आता है। मतलब यह कहें की पूरा मंदिर कृष्ण की 16 कलाओं पर आधारित है। इन्हें कृषि का देवता भी कहा जाता है। बुंदेलखंड के किसान अच्छी खेती की कामना इनसे करते है।
बताया जाता है कि इस मंदिर को राजा रूद्र प्रताप ने बनवाया था। मंदिर के बाहर की बनावट लंदन के सेंट पॉल चर्च जैसी है। इसकी स्थापत्य कला एवं वास्तु शैली पूर्व एवं पश्चिम की कलाओं का संगम कहीं जाती है। राजा रूद्र प्रताप ने अपने राज्य के किसानों की रक्षा के लिए और उनके सम्मान में इस मंदिर का निर्माण कराया था। भगवान बलराम के दर्शन हेतु मध्यप्रदेश के पन्ना में स्थित बलदेव जी के मंदिर आने के लिए झांसी एयरपोर्ट का उपयोग सबसे ज्यादा किया जाता है। यहां से सड़क मार्ग द्वारा गूगल मैप की मदद से सीधे मंदिर तक पहुंच सकते हैं। विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खजुराहो से भी सड़क मार्ग द्वारा पन्ना पहुंचा जा सकता है।