इंदौर। Pandit Pradeep Mishra Katha, Indore News: देश के मशहूर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने विवादिय बयान दिया है। उनके इस बयान की देशभर में जमकर चर्चा हो रही है। कई लोग जमकर निंदा कर रहे हैं, तो वहीं कुछ लोग इसे सही भी ठहरा रहे हैं। दरअसल, इंदौर में कथावाचन के दौरान प्रदीप मिश्रा ने विवादित बयान देते हुए कहा कि “मदिरा दुकान पर छोरे कम, छोरियां ज्यादा दिखाई देत हैं। यह मेरे इंदौर की बेटियां नहीं हो सकती है।”
उन्होंने कहा कि ”इंदौर संस्कारिक वाला शहर है। यहां बाहर से आ रहीं युवतियां शहर की छवि बिगाड़ रही हैं। इंदौर की बेटियां इतनी मर्यादा नहीं तोड़ सकती हैं। यहां की लड़कियां मंदिरा दुकान पर लाइन लगाकर शराब नहीं खरीदती हैं।”
Pandit Pradeep Mishra Controversial statement: उनके इस विवादित बयान पर मामला गरमाया हुआ है। बता दें कि इससे पहले वो रायपुर में आयोजित शिवपुराण के दौरान रायपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस में धर्मांतरण और ज्ञानवापी विवाद पर बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा है पूरे विश्व में जहां भी जमीन खोदेंगे शिव ही निकलेंगे और धर्मांतरण करवाने वाले पर ऊपर से प्रेशर रहता है। उन्होंने कहा कि जो धर्मान्तरण करवा रहे हैं, पहले उनके माता पिता से पूछें कि वो कौन से धर्म से थे? उनके दादा-परदादा कौन से धर्म के थे? धर्मांतरण करवाने वालों को पंडित ने कहा कि ये उनकी विपरीत बुद्धि है, उन्हें ऊपर से प्रेशर रहता है, उन्हें इतना माल दिया जाता है कि उन्हें धर्मान्तरण कराना पड़ता है।
Pandit Pradeep Mishra : पंडित प्रदीप मिश्र ने रायपुर में कहा था कि राजनीति में धर्म रहा है, चाहे केंद्र हो या राज्य। धर्म के अनुसार राजनीति को बढ़ाया जाए तो राजा और प्रजा दोनों सुखी होंगे। इसके बाद उन्होंने बॉलीवुड फिल्मों में धार्मिक दृश्यों पर कहा कि बॉलीवुड फिल्मों में आजकल ये चीजें कम हुई हैं लेकिन साउथ की फिल्मों में सनातन धर्म को ही दर्शाया जाता है। उन्होंने आगे कहा कि सनातन धर्म के सभी पुराण श्रेष्ठ हैं। पहले लोग केवल मंदिर जाते थे लेकिन अब विश्वास के साथ मंदिर जाते हैं।
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