On whom will they trust, for whom so many political bets are happening

अंबेडकर के नाम पर…पार्टी लग गई काम पर! वो किस पर भरोसा जताएंगे जिनके लिए हो रहे इतने सियासी दांवपेंच

वो किस पर भरोसा जताएंगे जिनके लिए हो रहे इतने सियासी दांवपेंच! On whom will they trust, for whom so many political bets are happening

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:15 PM IST, Published Date : April 14, 2022/11:27 pm IST

रिपोर्ट- नवीन सिंह, भोपाल: political bets are happening मध्यप्रदेश में चुनाव में अभी करीब डेढ़ साल वक्त है, लेकिन हर वर्ग को साधने की कवायद राजनीतिक दलों ने शुरू कर दी है। खासतौर पर दलित वोट बैंक को अपने पक्ष में करने की लड़ाई सबसे ज्यादा है। इसी रणनीति के तहत अंबेडकर जंयती के मौके पर बाबा साहेब की शरण में बीजेपी और कांग्रेस के तमान नेता पहुंचे और खुद को दलितों का बड़ा हितैषी बताया।

Read More: लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाकर पूरी करता हवस, फिर हत्या कर लाश फेंक देता रेलवे ट्रैक पर, ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे

political bets are happening मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावों के पहले बीजेपी और कांग्रेस का दलित प्रेम लगातार उमड़ रहा है। संत रविदास जयंती के बाद अब अंबेडकर जयंती के मौके पर दोनों ने खुद को दलितों का हितैषी बताने की भरपूर कोशिश की और एक दूसरे पर राजनीति करने का आरोप भी लगाया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अंबेडकर की जन्म स्थली महू पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि भी अर्पित की। इस खास मौके पर सीएम ने अंबेडकर के जीवन से जुड़े पंचतीर्थ के प्रमुख स्थानों को तीर्थ दर्शन यात्रा से जोड़ने की घोषणा की।

Read More: 9वीं की छात्रा से फोन पर गंदी बातें करता था इस सरकारी स्कूल का प्राचार्य, सोशल मीडिया वायरल हुआ ऑडियो

प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बीजेपी नेताओं ने बाबा साहेब को याद करते हुए बीजेपी को अंबेडकर के विचारों को जमीन पर उतारने वाली पार्टी बताया और कांग्रेस को जमकर आड़े हाथों लिया। न सिर्फ बीजेपी बल्कि कांग्रेस भी दलित वोटर्स को साधने एड़ी-चोटी का जोर लगा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ महू पहुंचे और बाबा साहेब को याद करते हुए उन्होंने जनता से वादा किया कि अगर कांग्रेस की सरकार आती है तो प्रदेश में अंबेडकर की सबसे बड़ी स्टेच्यू स्थापित की जाएगी।

Read More: 22 अप्रैल को IAS Pradeep Gawande के साथ सात फेरे लेंगी IAS Tina Dabi, लेकिन शादी से पहले हो गया IAS गावंडे का ट्रांसफर

अंबेडकर जयंती पर खुद को दलितों का सबसे बड़ा हितैषी बताने की होड़ की वजह दरअसल प्रदेश की 16 फीसदी दलित आबादी हैं, जो सत्ता की दौड़ में निर्णायक हैं। चुनाव से पहले बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलित वोटर्स को अपने पाले में करने की कोशिश में जुटे हैं। अब देखना है कि जिनके लिए इतने सियासी दांवपेंच हो रहे हैं वो किस पर भरोसा जताते हैं?

Read More: अनियंत्रित ट्रेलर ने भाजपा विधायक की फॉच्यूनर को मारी जोरदार टक्कर, गाड़ी के उड़े परखच्चे