भोपाल: Upcoming Gujarat Assembly Election यूपी चुनाव में अहम भूमिका निभाने वाले मध्यप्रदेश के बीजेपी कार्यकर्ताओं को अब एक बार फिर दूसरे राज्य के चुनाव में अहम जिम्मेदारी देने की तैयारी है। इसके तहत अब प्रदेश के कार्यकर्ताओं और नेताओं की गुजरात में तैनाती की जाएगी। इस पर कांग्रेस सवाल उठा रही है।
Upcoming Gujarat Assembly Election यूपी में जिन विधानसभा सीटों पर मध्यप्रदेश के कार्यकर्ताओं की तैनाती की गई थी, उनमें से ज्यादातर सीटों पर बीजेपी प्रत्याशियों की जीत हुई है। पार्टी ने यूपी विधानसभा चुनाव से दो महीने पहले ही मध्यप्रदेश के करीब डेढ़ सौ कार्यकर्ताओं को वहां की अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में तैनात कर दिया था, जिन कार्यकर्ताओं को यूपी भेजा गया था उसमें कई पूर्व विधायक तो कई युवा कार्यकर्ता शामिल थे। इस वजह से ही युवा जोश के साथ अनुभव का बेहतर तालमेल बन पाया था। खास बात ये है कि इनमें से कई कार्यकर्ता तो बीते चुनाव में उतरे थे, तो कई के पास चुनाव संचालन का काम भी रह चुका है। इसके अलावा कई कार्यकर्ता संगठन में अहम पदों पर भी काम कर चुके हैं। गुजरात में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। लिहाजा कार्यकर्ताओं की मेहनत और नतीजों को देखते हुए बीजेपी ने उन्हें गुजरात भेजने का फैसला किया है।
केन्द्रीय संगठन से मध्यप्रदेश बीजेपी को गुजरात चुनाव में कार्यकर्ताओ को भेजने के निर्देश मिल चुके हैं। उप्र भेजे गए सभी कार्यकर्ताओं को बीते माह भोपाल बुलाकर उनसे प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव चर्चा कर उन्हें केन्द्रीय संगठन की मंशा से अवगत करा चुके हैं। इनमें से ज्यादातर ने गुजरात जाने के लिए हामी भर दी है। कार्यकर्ताओ को किन जगहों पर तैनात किया जाना है इसके लिए योजना बनाई जा रही है। पार्टी सूत्रों की मानें तो इन कार्यकर्ताओं को तीन महीने बाद यानी अगस्त में गुजरात के अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में भेज दिया जाएगा। हालांकी बीजेपी की कवायद पर कांग्रेस सवाल खड़े कर रही है।
दरअसल, मध्यप्रदेश के जिले अलीराजपुर और झाबुआ की सीमा से लगे गुजरात के कुछ जिले ऐसे हैं, जो सांस्कृतिक और सियासी तौर पर एक दूसरे से प्रभावित होते हैं। यहां का सामाजिक और सांस्कृतिक ताना-बाना एक दूसरे से मेल खाता है। यही वजह है कि करीब डेढ़ सौ कार्यकर्ताओं को गुजरात भेजने का फैसला पार्टी ने किया है।