नर्मदापुरम। नर्मदापुरम जिला न्यायालय परिसर में स्थित प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट की कोर्ट में कटघरे में लाखों रुपए की धोखाधड़ी के दो आरोपी भाग गए। सराफा व्यापारी/डेरिया वेयरहाउस के मालिक व मुनीम दोनों आरोपी जमानत खारिज होने की संभावना के चलते न्यायिक अभिरक्षा से भाग निकले, जिसके बाद हड़कंप मच गया।
दोनों वेयरहाउस संचालक और मुनीम दोनों की कोतवाली और माखननगर पुलिस तलाश का रही है। देर रात कोतवाली थाने में प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट कोर्ट के लिपिक की सूचना पर अनिल डेरिया और अशोक व्यास के खिलाफ आईपीसी की धारा 224 के तहत केस दर्ज किया। रात में आरोपी की तलाश में पुलिस जुटी है। आरोपी डेरिया के परिवार और कुछ परिचित लोग भी कोतवाली थाने पहुंचे। कुछ दिनों पूर्व बाबई के एक किसान की शिकायत पर वेयरहाउस के संचालक अनिल डेरिया और उसके मुनीम धोखाधड़ी और अमानत खयानत का केस दर्ज किया गया था। जिस पर पुलिस ने उसे नोटिस पर छोड़ दिया गया था, जिसका गुरुवार को प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट अनुभूति गुप्ता की कोर्ट में चालान पेश हुआ।
प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट अनुभूति गुप्ता की कोर्ट में चालान लगाया गया। आरोपी अनिल डेरिया और अशोक व्यास न्यायिक अभिरक्षा में लिया गया। आरोपी पक्ष की ओर से जमानत के लिए आवेदन प्रस्तुत किया गया। फरियादी प्रदीप मीणा के अधिवक्ता अनूप सिंह तोमर ने जमानत याचिका पर आपत्ति लेते हुए पुराने अपराधों का हवाला दिया। जमानत याचिका निरस्त होने का निर्णय होने वाला था कि उससे पहले आरोपी अनिल डेरिया और अशोक व्यास कठघरे से चुपचाप दबे पैर भाग निकले। कोर्ट के मोहर्रर कमल मस्कोले ने उनका पीछा भी किया, लेकिन वे भागने में सफल हो गए। जिसके बाद देर रात कोर्ट के लिपिक सुनील रघुवंशी ने कोतवाली थाने में लिखित आवेदन देकर एफआईआर कराई। IBC24 से अतुल तिवारी की रिपोर्ट