Arun Yadav on Nursing Scams : भोपाल। मध्य प्रदेश में हाई कोर्ट के निर्देश पर नर्सिंग कॉलेजों की अनियमितता की CBI द्वारा की जा रही जांच पर प्रदेश कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि उपयुक्त, कमी वाले और अयोग्य कालेजों की सूची बनाने में अनियमितता की गई। अब इस मामले पर पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव की भी प्रतिक्रिया सामने आई है।
अरुण यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा है कि नर्सिंग घोटाले में माननीय हाई कोर्ट के निर्देश के बाद हुई सीबीआई जांच (राजनैतिक संरक्षण से हुए महाभ्रष्टों और व्यापक स्तर पर हुए भ्रष्टाचार) की तस्वीर सामने आने के बाद अब यह स्पष्ट हो चुका है कि व्यापमं महाघोटाले की जांच किस तरह हुई होगी ?
कालेधन का टेम्पो कहाँ-कहाँ पहुंचा होगा?
लिहाजा,अब ज़रूरी है कि मप्र के नए माननीय न्यायाधिपति जी स्वत: संज्ञान लेकर नर्सिंग और व्यापमं दोनों ही महाघोटालों की “जांच की भी जांच करवाएं” क्योंकि भ्रष्टाचार की नदी देश एवं प्रदेश में अब समुंदर के रूप में तब्दील हो चुकी है और देश-प्रदेशवासियों का विश्वास अब सिर्फ और सिर्फ न्यायपालिका पर ही है । “मुझे यकीन है कि अब न्यायपालिका ही इन वास्तविक भ्रष्टाचारियों के चेहरों को बेनकाब कर इनके मंसूबों पर कालिख पोतेगी”….
नर्सिंग घोटाले में माननीय हाई कोर्ट के निर्देश के बाद हुई सीबीआई जांच (राजनैतिक संरक्षण से हुए महाभ्रष्टों और व्यापक स्तर पर हुए भ्रष्टाचार) की तस्वीर सामने आने के बाद अब यह स्पष्ट हो चुका है कि व्यापमं महाघोटाले की जांच किस तरह हुई होगी ?
कालेधन का टेम्पो कहाँ – कहाँ पहुंचा होगा…— Arun Subhash Yadav (@MPArunYadav) May 24, 2024
बता दें कि नर्सिंग घोटाले में हर दिन कई बड़े खुलासे हो रहे हैं, जबकि जांच भी जारी है, लेकिन इन सब के बीच मप्र नर्सिंग काउंसिल ने साल 2022-23 की परीक्षाओं के लिए कॉलेजों की एक लिस्ट जारी की गई है। जिसमें उन कॉलेजों को भी शामिल किया गया है। जिनके संचालक और पदाधिकारी रिश्वत देते हुए पकड़े गए थे। इस सूची में कुल 132 कॉलेजों के नाम शामिल हैं।