MP Budget Session 2025 Live | Umang Singhar X
भोपाल। MP Budget Session 2025 Live: मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र का गुरुवार को सातवां दिन है। आज परिवहन घोटाले और सौरभ शर्मा के मुद्दे से हंगामे से सदन गूंज उठा। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रदेश के परिवहन नाको/ चेक पोस्टों में अवैध वसूली होने की ओर परिवहन मंत्री का ध्यानकर्षण किया है। इस पर मंत्री उदयप्रताप सिंह ने जवाब देते हुए कहा कि परिवहन आरक्षक सौरभ शर्मा के निवास पर तलाशी की गई। 8.58 करोड़ नगद मिले,30 करोड़ की संपत्ति के दस्तावेज मिले। सौरभ के अलावा कई और लोगो पर मामला दर्ज किया गया। कार में लोकायुक्त ने 52 किलो सोने की जब्ती नहीं की। ED, IT से जानकारी अप्राप्त है वहीं EOW में जांच चल रही है।
MP Budget Session 2025 Live : मंत्री उदयप्रताप सिंह ने कहा कि सौरभ शर्मा को अनुकम्पा नियुक्ति दी गयी थी। सौरभ शर्मा ने अनुकम्पा नियुक्ति के दौरान फर्जी शपथ पत्र दिया। उस मामले में भी प्रकरण दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। MP में परिवहन नाकों पर पारदर्शी तरीके से जांच हो रही है। महाराष्ट्र की सीमा पर चेक पोस्ट बंद कर दिए हैं। वहीं परिवहन मंत्री ने परिवहन नाकों पर हो रही अवैध वसूली ने इनकार किया है।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सदन में बयान देते हुए कहा हर टोल के पास टोकन देकर वसूली होती है। MP में केंद्र की एजेंसी सोने की ईंटें जब्त कर रही है। MP में केंद्र की एजेंसी सोने की ईंटें जब्त कर रही है। सोना किसका है पैसा किसका है ये नहीं बताया जा रहा है। डायरी में पूरी जानकारी मिली है। 2013 से लेकर अभी तक के परिवहन मंत्रियों की जांच क्यों नहीं हुई। पुलिस ने संजय श्रीवास्तव,दशरथ पटेल इनको क्यों नहीं बुलाया? इन सबकी कॉल डिटेल क्यों नहीं निकली गयी। इनका नार्को टेस्ट करवाया जाना चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अगर सौरभ शर्मा मामले में लोकायुक्त कार्रवाई करता तो ED IT यहां नहीं आते। बड़े मगरमच्छ को छोड़ा जा रहा है। हमारी मांग है सबकी CDR आनी चाहिए। पूरे मामले पर कोर्ट की निगरानी में CBI जांच होनी चाहिए।
परिवहन मंत्री ने नेता प्रतिपक्ष के बयान पर जवाब देते हुए कहा कि सौरभ शर्मा के पास से कोई डायरी नहीं मिली। सक्षम एजेंसी मामले की जांच कर रही है। जांच एजेंसियां बड़े घोटालों को एक्सपोज़ कर चुकी हैं। हमारा जांच में दखल देना ठीक नहीं।
सदन में परिवहन महकमे में अवैध वसूली पर चर्चा जारी है। नेता प्रतिपक्ष बोले स्थानीय जांच एजेंसियां सरकार से जुड़ी हैं इसलिए जवाब देना चाहिए। पूरे प्रदेश में डायरी के पन्ने वायरल हो रहे हैं। क्या उसकी हैंड राइटिंग का मिलान आरोपियों से कराया? प्रदेश को पता चलना चाहिए 52 किलो सोना किसका है। SC की निगरानी में CBI की जांच करवाइए। इस बीच, परिवहन मंत्री बोले जांच पूरी दीजिए। रिपोर्ट देखने के बाद कुछ किया जा सकता है। सदन में सोने की ईंटों पर बवाल होता दिखा। वहीं मंत्री ने सदन में सीबीआई जांच से इनकार किया है।