भोपाल। मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल ने आज दोनों बोर्ड क्लास के परिणाम जारी कर दिए। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने रिजल्ट जारी किया। इसी के साथ दोनों क्लास के टॉपर की सूची भी जारी कर दिया गया।
जिसमें 10वीं में छतरपुर के शासकीय महाराजा उच्चतर माध्यमिक उत्कृष्ट विद्यालय की छात्रा नैंसी दुबे ने पहला स्थान हासिल किया। जबकि 12वीं में सागर के इशिता दुबे रहली ने पहला स्थान हासिल किया। वहीं टोनों क्लास में बेटियों ने एक बार फिर बाजी मारी है।
इस लिंक पर देखें परिणाम
http://www.mpresults.nic.in/
देखें 10वीं क्लास के टॉपर की सूची
नैंसी दुबे, शासकीय महाराजा उच्चतर माध्यमिक उत्कृष्ट विद्यालय न.1 छतरपुर- पहला स्थान (496)
सुचिता पांडे, ब्लू बेल्स हाई स्कूल मैहर सतना- पहला स्थान(495)
आयुष मिश्रा, संस्कार वैली स्कूल,मऊगंज,रीवा, दूसरा स्थान(495)
पार्थ नारायण शर्मा, आदर्श पब्लिक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, कुरावर, राजगढ़- दूसरा स्थान(495)
दिव्यांशी मिश्रा एकलव्य इंग्लिश मीडियम पब्लिक स्कूल नरसिंहपुर- तीसरा
देखें 12वीं क्लास के टॉपर की सूची
आर्ट्स- इशिता दुबे, रहली सागर
मैथ्स साइंस- प्रगति मित्तल, श्योपुर कला,
कॉमर्स- खुशबू शिवहरे, मुरैना
एग्रीकल्चर- कृपा, रतलाम
ललित कला और होम साइंस- शिल्पी बघेल, भिंड
बायो- दिव्यता पटेल, शाजापुर
जबलपुर की सिमरन कोष्टा मेरिट में
12वीं बोर्ड परीक्षा में जबलपुर की कोष्टा ने मेरिट में जगह बनाई है, जबकि गवर्नमेंट मॉडल स्कूल की छात्रा सिमरन, मैथ्स-साइंस समूह में स्टेट मेरिट में आई है। वहीं स्टेट मेरिट में दसवां स्थान है। सिमरन ने 482 अंक हासिल कर यह स्थान पाया है। परिणाम से आने से परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई।
यह भी पढ़ें: MP Board 10th-12th Result 2022: कुछ ही देर में जारी होगा रिजल्ट, CM शिवराज बोले- असफल हुए तो चिंता मत करना..
इंदौर में रेगुलर छात्रों ने मारी बाजी
मध्यप्रदेश के आर्थिक राजधानी इंदौर में 10वीं बोर्ड परीक्षा में रेगुलर छात्रों का प्रतिशत 61.66 और प्राइवेट छात्रों का 30% रिजल्ट रहा, जबकि 12वीं का रेगुलर छात्रों का रिजल्ट 80.05% रहा। जबकि प्राइवेट छात्रों का रिजल्ट 49.09% रहा। 12वी कक्षा में 4 स्थान पर उत्कृष्ट बाल विनय मंदिर की छात्रा सजल जैन रही।
यह भी पढ़ें: शिल्पी राज-अरविंद अकेला के इस वीडियो सॉन्ग ने बनाया नया रिकॉर्ड, 120 मिलियन से अधिक लोगों ने देखा
बता दें कि दसवीं कक्षा की परीक्षा 17 फरवरी से 12 मार्च तक और 12वीं की परीक्षा 18 फरवरी से 10 मार्च तक आयोजित हुई थी। इन परीक्षाओं में 10 वीं और 12 वीं के करीब 17 लाख स्टूडेंट्स शामिल हुए थे।
करीब 35 हजार शिक्षकों को उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन के लिए लगाया गया था। कॉपी जांचने का काम भी 5 मार्च से 10 अप्रैल के बीच किया गया था। अधिकारियों का दावा है कि 17 साल बाद यह दूसरा मौका है जब परीक्षा के 47 दिनों के अंदर ही रिजल्ट घोषित किया जा रहा है।